दैव विवाह का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 2 . दैव विवाह किसी सेवा कार्य ( विशेषत : धार्मिक अनुष्ठान ) के मूल्य के रूप अपनी कन्या को दान में दे देना दैव विवाह कहलाता है।
- 2 . दैव विवाह किसी सेवा कार्य ( विशेषत : धार्मिक अनुष्ठान ) के मूल्य के रूप अपनी कन्या को दान में दे देना दैव विवाह कहलाता है।
- 2 . दैव विवाह किसी सेवा कार्य ( विशेषत : धार्मिक अनुष्ठान ) के मूल्य के रूप अपनी कन्या को दान में दे देना दैव विवाह कहलाता है।
- हिंदू धर्म में विवाह को 16 संस्कारों में से एक माना गया है और मनुस्मृति में विवाह के आठ प्रकार बताए गए हैं- ब्रह्म विवाह , दैव विवाह, अर्श विवाह, प्रजाप
- हिंदू धर्म में विवाह को 16 संस्कारों में से एक माना गया है और मनुस्मृति में विवाह के आठ प्रकार बताए गए हैं- ब्रह्म विवाह , दैव विवाह, अर्श विवाह, प्रजाप
- ब्राह्म विवाह , दैव विवाह , आर्ष विवाह और प्राजापत्य विवाहों को धर्म विवाह कहा गया है और ये समाज द्वारा स्वीकृत विवाह होने के कारण उत्तम विवाह कहे गए।
- ब्राह्म विवाह , दैव विवाह , आर्ष विवाह और प्राजापत्य विवाहों को धर्म विवाह कहा गया है और ये समाज द्वारा स्वीकृत विवाह होने के कारण उत्तम विवाह कहे गए।
- दैव विवाह ( Daiva Marriage) में लड़की को गहनों में सजाकर किसी मंदिर के पुजारी को देव कार्य के लिये सौंप दिया जाता था, मुझे लगता है देवदासी प्रथा शायद इसी का नतीजा हो।
- अर्थात दैव विवाह में वस्त्रों और अलंकारों से सुसज्जित कन्या का दान उस यज्ञकर्ता ऋत्विक ( पुरोहित ) को किया जाता है , जो किसी यज्ञशाला में यज्ञ कार्य को उचित रूप से पूरा करता है।
- हिंदू धर्म में विवाह को 16 संस्कारों में से एक माना गया है और मनुस्मृति में विवाह के आठ प्रकार बताए गए हैं- ब्रह्म विवाह , दैव विवाह , अर्श विवाह , प्रजापत्य विवाह , गंधर्व विवाह , असुर विवाह , राक्षस विवाह और पैशाच विवाह।