दोहत्थड़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' ललित जी कुछ समझ पाते , उससे पहले ही उनकी पीठ पर एक दोहत्थड़ पड़ा और वे दर्द से दोहरे हो गए।
- एक दिन जब उसने उसे जबरदस्ती चूमने की कोशिश की थी , तो दिलशाद ने गुस्से से उसके सिर पर ऐसा दोहत्थड़ मारा था, कि उसकी चूड़ियाँ टूटकर रहीम ख़ाँ के माथे में गड़ गयी थीं,
- म्रुत्यु वाले घर में जाकर गाड़ी रुकी , दरवाजा खुला और उन्हीं हँसती खिलखिलाती (अ)बलाओं का रुदन वादन देखा तो मुझे एक बार तो लगा कि मैं सारे रास्ते सो रहा था और वो हँसी-ठट्ठे सब मैंने ख्वाब में ही देखे थे, नहीं तो ये जो दोहत्थड़ मार मारकर रो रही हैं ऐसा कैसे कर सकती थीं?
- एक दिन जब उसने उसे जबरदस्ती चूमने की कोशिश की थी , तो दिलशाद ने गुस्से से उसके सिर पर ऐसा दोहत्थड़ मारा था , कि उसकी चूड़ियाँ टूटकर रहीम ख़ाँ के माथे में गड़ गयी थीं , और फिर रात-भर अंगारों पर लोटती रही थी कि , न जाने खुदा और रहीम ख़ाँ को इस पाप की क्या सजा देंगे।
- म्रुत्यु वाले घर में जाकर गाड़ी रुकी , दरवाजा खुला और उन्हीं हँसती खिलखिलाती ( अ ) बलाओं का रुदन वादन देखा तो मुझे एक बार तो लगा कि मैं सारे रास्ते सो रहा था और वो हँसी-ठट्ठे सब मैंने ख्वाब में ही देखे थे , नहीं तो ये जो दोहत्थड़ मार मारकर रो रही हैं ऐसा कैसे कर सकती थीं ? कुछ देर बाद वापसी के लिये गाड़ी में बैठे और गाड़ी के चलते ही फ़िर वही हँसी मजाक शुरू , अब लगने लगा सच तो यही है जो अब देख रहा हूँ।