द्रुमिल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उद्गम था कंस का एक पापाचार नारी पर किया नर ने वीभत्स अत्याचार , उग्रसेन की भार्या पवनरेखा थीं पतिव्रता रूप धर कर पति का द्रुमिल ने था उसको छला , ...
- उस समय 11वें स्कन्ध के द्घितीय अध्याय का वाचन चल रहा था , जिसमें नवनाथ अर्थात् ऋषभ वंश के सिद्घ यानी कवि, हरि, अंतरिक्ष, प्रबुदृ, पिप्पलायन, आविहोर्त्र, द्रुमिल, चमस और करभाजन का वर्णन है, जिन्होंने भागवत धर्म की महिमा राजा जनक को समझायी थी ।
- उनके स्नात-स्निग्ध सौंदर्य पर आकाश मार्ग से जाते द्रुमिल गंधर्व की दष्टि फिसल गई . ये गंधर्व बड़े कामुक होते हैं द्रौपदी . ' ' गंधर्व ही क्यों , पुरुषों का मन ही ... . जाने दो वे बातें नहीं लाऊँगी . और भी तो ...
- राजा जनक ने इन नव-नाथों से बहुत महत्त्वपूर्ण प्रश्न पूछे और इन सभी ने उनकी शंकाओं का बड़ा सन्तोषजनक समाधान किया था , अर्थात् कवि ने भागवत धर्म, हरि ने भक्ति की विशेषताएँ, अतंरिक्ष ने माया क्या है, प्रबुदृ ने माया से मुक्त होने की विधि, पिप्लायन ने परब्रहृ के स्वरुप, आविहोर्त्र ने कर्म के स्वरुप, द्रुमिल ने परमात्मा के अवतार और उनके कार्य, चमस ने नास्तिक की मृत्यु के पश्चात् की गति एवं करभाजन ने कलिकाल में भक्ति की पद्घतियों का यथाविधि वर्णन किया ।