धनुही का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- खेत कमाते-कमाते तो पीठ की रीढ़ धनुही हो गई , मगर करम गवाही नहीं देता तो क्या करूँ ? और कोई धंधा भी तो नहीं है!
- खेत कमाते-कमाते तो पीठ की रीढ़ धनुही हो गई , मगर करम गवाही नहीं देता तो क्या करूँ ? और कोई धंधा भी तो नहीं है !
- एक लंगोटी ही काफी है . . टंगिया ... धनुही ... मुर्गा ... महु आ. .. चीता-चीटी ... पर्वत ... नदिया .... अपनी दुनिया ... नहीं शेर से डरता पर वह डरता है हम भले जनों से .
- एक लंगोटी ही काफी है . . टंगिया ... धनुही ... मुर्गा ... महु आ. .. चीता-चीटी ... पर्वत ... नदिया .... अपनी दुनिया ... नहीं शेर से डरता पर वह डरता है हम भले जनों से .
- लोक परम्परा में बेटे के परदेश गए की याद , तुलसी बाबा ने राम द्वारा छोड़ गई बचपन की धनुही और पनही देखकर ताजा कर दी-जननी निरखत बान धनु हियां / बार बार उर नैनहिं लावति प्रभु जी की ललित पनहियां / मां की स्मृति कभी भी मंद नहीं पड़ती।
- अनजाने दर्द ने पकड़ा उंगलियों को तोड़ और मरोड़ दिया मेरे भविष्य और आगत को खींच कर पीछे से जोड़ दिया हुई पीर थोड़ी देर जीवन की निष्ठाएं सरकषिति धनुही की कोमल प्रत्यंचा सी ऐंठ गई सीख लिया लक्ष्य वेध जान लिया भव्य भेद आज खेल-खेल में स्वप्नदर्शी आंखों को साहस ने फोड़ दिया
- श्री कृष्ण थे पूर्ण पुरुष , द्वापर में चक्र चलाते थे श्री राम हुवे पुरुषोत्तम , धनुही से समझाते थे गाँधी जी , आजाद , भगत , बिस्मिल और लक्ष्मीबाई सब ने आहुति दी प्राणों की , तब भारत माँ की बेडी खुल पाई हम इनके संघर्षो को , यूँ ही नहीं भुलायेंगे कलियुग में , हनुमान की गदा से भ्रस्टाचार मिटायेंगे ||
- श्री कृष्ण थे पूर्ण पुरुष , द्वापर में चक्र चलाते थे श्री राम हुवे पुरुषोत्तम , धनुही से समझाते थे गाँधी जी , आजाद , भगत , बिस्मिल और लक्ष्मीबाई सब ने आहुति दी प्राणों की , तब भारत माँ की बेडी खुल पाई हम इनके संघर्षो को , यूँ ही नहीं भुलायेंगे कलियुग में , हनुमान की गदा से भ्रस्टाचार मिटायेंगे ||