ध्यानयोग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एकाग्रता के लिए ध्यानयोग की साधना
- ध्यानयोग बनाता है मन को नंदनवन
- अब ध्यानयोग की बात बतायें आपको।
- ध्यानयोग हमें इसी लक्ष्य की पूर्ति में सहायता करता है।
- उपगम्य गुरूं विप्रमाचार्यं तत्ववेदिनम् , जापिनं सद्गुणोपेतं ध्यानयोग परायणम् ।
- अब ध्यानयोग में कामनाओं का त्याग होने के बाद क्या
- ध्यानयोग के महत्वपूर्ण उपकरण मन है।
- ध्यानयोग में अन्तःत्राटक का अभ्यास आज्ञा चक्र से आरम्भ होता है।
- इस भक्ति मिश्रित कर्म से ध्यानयोग की पृष्ठभूमि बन जाती है।
- उदाहरणार्थ- कर्मयोग , ज्ञानयोग, भक्तियोग, ध्यानयोग, सांख्ययोग, राजयोग, मन्त्रयोग, लययोग, हठयोग आदि।