नभ-मंडल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बाहर निकल कर सघन अंधकार से आसमान में देखो , वहाँ आशा के नभ-मंडल में उल्लास योग का संगम होता ही होगा… “मात्र सुख की आशा में कहाँ जीवन का हर्ष बहता है, वह तो सत्य प्रवाह है…
- स्वयं के अंतस में अपने को गहरे उतार कर देखो , वहाँ अंजन की काली रेखा में भी आंनद घटित होताही होगा…जाग हो जाये अगर जाग से ज्यादा,वहाँ स्वप्नों के आंगन में भविष्य सार्थक होताही होगा…स्वतंत्र हो कर निर्भीक नये आवरण में झांक कर देखोवहाँ पार सीमाओं के परम विराट जागरित होताही होगा…बाहर निकल कर सघन अंधकार से आसमान में देखो,वहाँ आशा के नभ-मंडल में उल्लास योग का संगम होताही होगा…"मात्र सुख की आशा में कहाँ जीवन का हर्ष बहता है,वह तो सत्य प्रवाह है…
- साम्य-भाव के नारों से नभ-मंडल दहल गया ! मौसम कितना बदल गया! ======================================= सुखद सहधर्मी / सहकर्मी खोज निकाले हैं दूर - दूर से आस - पास से और जुड़ गया है अंग - अंग सहज किन्तु / रहस्यपूर्ण ढंग से अटूट तारों से, चारों छोरों से पक्के डोरों से! अब कहाँ अकेला हूँ ? कितना विस्तृत हो गया अचानक परिवार आज मेरा यह! जाते - जाते कैसे बरस पड़ा झर - झर विशुद्ध प्यार घनेरा यह! नहलाता आत्मा को गहरे - गहरे! लहराता मन का रिक्त सरोवर ओर - छोर भरे - भरे!