निठल्लू का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- |चले फिसलता हर घरी , बुद्धि सिखाये लाख |बुद्धि सिखाये लाख, फफोले दिल के फोड़े |बाहर करे गुबार, किन्तु ना उनको छोड़े |रविकर कर विश्वास, हुआ है बड़ा निठल्लू
- वे जो वैज्ञानिक हैं , दार्शनिक हैं, हमेशा अपनी सोंच में डूबे रहने वाले कवि हैं या वो जो 'काम का न काज का दुश्मन अनाज का' है और 'निठल्लू का चूल्हा' बना बेमतल सुलग रहा
- वे जो वैज्ञानिक हैं , दार्शनिक हैं , हमेशा अपनी सोंच में डूबे रहने वाले कवि हैं या वो जो ' काम का न काज का दुश्मन अनाज का ' है और ' निठल्लू का चूल्हा ' बना बेमतल सुलग रहा है।
- वे जो वैज्ञानिक हैं , दार्शनिक हैं , हमेशा अपनी सोंच में डूबे रहने वाले कवि हैं या वो जो ' काम का न काज का दुश्मन अनाज का ' है और ' निठल्लू का चूल्हा ' बना बेमतल सुलग रहा है।
- चांद उतर आया धरती पर लगा पूछने बिल्लू से छत के कोने में बैठे हो क्यों चुपचाप निठल्लू से बिल्लू बोला चींचीं चिड़िया आती नहीं क्यों मेरे घर मंडराती क्यों नहीं है तितली कागज के फूलों पर अमरुदों के बाग कहां हैं मुझको दिखते नहीं हैं क्यूं कोई मुझको नहीं ब . ..
- दिल तो लल्लू है सखे , सगी हैं दोनों आँख | चले फिसलता हर घरी, बुद्धि सिखाये लाख | बुद्धि सिखाये लाख, फफोले दिल के फोड़े | बाहर करे गुबार, किन्तु ना उनको छोड़े | रविकर कर विश्वास, हुआ है बड़ा निठल्लू | पल्लू की ले आस, घुमाता दिल तो लल्लू ||
- चांद उतर आया धरती पर लगा पूछने बिल्लू से छत के कोने में बैठे हो क्यों चुपचाप निठल्लू से बिल्लू बोला चींचीं चिड़िया आती नहीं क्यों मेरे घर मंडराती क्यों नहीं है तितली कागज के फूलों पर अमरुदों के बाग कहां हैं मुझको दिखते नहीं हैं क्यूं कोई मुझको नहीं ब
- चांद उतर आया धरती पर लगा पूछने बिल्लू से छत के कोने में बैठे हो क्यों चुपचाप निठल्लू से बिल्लू बोला चींचीं चिड़िया आती नहीं क्यों मेरे घर मंडराती क्यों नहीं है तितली कागज के फूलों पर अमरुदों के बाग कहां हैं मुझको दिखते नहीं हैं क्यूं कोई मुझको नहीं बताता इसलिए रुठा बैठा हूं
- चांद उतर आया धरती पर लगा पूछने बिल्लू से छत के कोने में बैठे हो क्यों चुपचाप निठल्लू से बिल्लू बोला चींचीं चिड़िया आती नहीं क्यों मेरे घर मंडराती क्यों नहीं है तितली कागज के फूलों पर अमरुदों के बाग कहां हैं मुझको दिखते नहीं हैं क्यूं कोई मुझको नहीं बताता इसलिए रुठा बैठा हूं