निभना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अब ब्रह्मचर्य को एक घोर तपश्चर्य के रुप मे रहने देने के बदले उसे रसमय बनाना था , उसी के सहारे निभना था , विशेषताओं के मुझे नित-नये दर्शन होने लगे ।
- बन चकोर शशि हित , शोलों को , चुगना ही सिखा जीवन में ; निभना ही सीखा ............................................................... । 2 । मंद पवन की शीतल सिहरन , को मैंने स्वीकार किया है ;
- बन चकोर शशि हित , शोलों को , चुगना ही सिखा जीवन में ; निभना ही सीखा ............................................................... । 2 । मंद पवन की शीतल सिहरन , को मैंने स्वीकार किया है ;
- शादी ब्याह करना , निभना न निभना उनका नितान्त निजी मामला हो सकता है , पर जहां तक रही रूपयों पैसों की बात तो उसमें कोई भी बात निजी नहीं रह जाती जबकि आप जनसेवक हों।
- शादी ब्याह करना , निभना न निभना उनका नितान्त निजी मामला हो सकता है , पर जहां तक रही रूपयों पैसों की बात तो उसमें कोई भी बात निजी नहीं रह जाती जबकि आप जनसेवक हों।
- शादी ब्याह करना , निभना न निभना उनका नितान्त निजी मामला हो सकता है , पर जहां तक रही रूपयों पैसों की बात तो उसमें कोई भी बात निजी नहीं रह जाती जबकि आप जनसेवक हों।
- पति-पत्नी ही नहीं , परिवार और समाज की भी आकांक्षा रहती है कि हर वैवाहिक जीवन निभना चाहिए , क्योंकि वैवाहिक सम्बन्ध का विच्छेद होना पति-पत्नी ही नहीं , परिवार और समाज के लिए भी दुखदायी होता है।
- आंधी और तूफानों में भी , बढ़ना ही सीखा जीवन में ; निभना ही सीखा ........................................................ । ३ । मृग-चितवन की मनहर छवि का , मंजुल स्वर में गान किया है ; जब कि शौर्य को भी मृगेंद्र के , समुचित ही सम्मान दिया है ;
- आंधी और तूफानों में भी , बढ़ना ही सीखा जीवन में ; निभना ही सीखा ........................................................ । ३ । मृग-चितवन की मनहर छवि का , मंजुल स्वर में गान किया है ; जब कि शौर्य को भी मृगेंद्र के , समुचित ही सम्मान दिया है ;
- कष्ट-भार से बोझिल मन को , विचलित होने पर समझाया ; भाँति शलभ की , दुःख की लौ पर , मिटना ही सीखा जीवन में ; निभना ही सीखा .......................................................... । १ । शूल-सुमन दोनों को एक सम , इस जीवन में प्यार किया है ;