नुक्ता-चीनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पहले वाले प्रकाश कहाँ खो गये -ठहाके लगाते , खाने में नुक्ता-चीनी करते , अच्छा पहनने-पहनाने के शौकीन प्रकाश ? अब तो सब छोड़ते जा रहे हैं ।
- ये क्या ? अगला पत्र मेरा अपना ही लिखा हुआ? इस पत्र की नुक्ता-चीनी करना अशोभनीय और अवांछित होगा, इसीलिए, चलिए, इसे बिना किसी टिप्पणी के, यूँ ही पढ़ लेते हैं:
- ये क्या ? अगला पत्र मेरा अपना ही लिखा हुआ? इस पत्र की नुक्ता-चीनी करना अशोभनीय और अवांछित होगा, इसीलिए, चलिए, इसे बिना किसी टिप्पणी के, यूँ ही पढ़ लेते हैं:
- पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ( पीसीबी) के प्रमुख नसीम अशरफ ने अगले माह होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर खिलाड़ियों की चिंताओं को गैरवाजिब करार देते हुए सोमवार को कहा कि उन्हें नुक्ता-चीनी से बाज आना चाहिए।
- आज तो , इधर प्रतुल उधर प्रतुल जिधर देखो प्रतुल -प्रतुल नुक्ता-चीनी बक्से में छाये हैं बस प्रतुल ! आश्चर्य मत करिए वत्स ! मैंने अपने पिछले किसी लेख में कहा था कि दोनों विपरीत ध्रुव एक ही अस्तित्व का विस्तार भर हैं .....
- समय बदल रहा है , दुनिया बदल रही है , और सबसे अच्छी बात आस्थाएँ बदल रही है ऐसे में हम इतिहास की नुक्ता-चीनी में समय ख़राब कर स्वयं का और सामने वाले का दिमाग ख़राब करें यह उचित नहीं है बेहतर यह हो की हम आज और आने वाले समय को अच्छा करे तो हमारा इतिहास का ज्ञान सार्थक होगा |
- समय बदल रहा है , दुनिया बदल रही है , और सबसे अच्छी बात आस्थाएँ बदल रही है ऐसे में हम इतिहास की नुक्ता-चीनी में समय ख़राब कर स्वयं का और सामने वाले का दिमाग ख़राब करें यह उचित नहीं है बेहतर यह हो की हम आज और आने वाले समय को अच्छा करे तो हमारा इतिहास का ज्ञान सार्थक होगा |
- नई दिल्ली 0 1 नवम्बर न्यूज आजः दिल्ली विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव रैलियांे को सम्बोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश के उद्योग और सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि लोगों ने भाजपा में विश्वास खो दिया है और उनके पास श्रीमती शीला दीक्षित द्वारा पिछले 15 वर्षों में किए गए विकासात्मक कार्यों में नुक्ता-चीनी करने के सिवाय कोई काम नहीं है।
- हम लोग बाज़ार में दो सौ रूपये का सामान लेने जाते हैं तो इतनी नुक्ता-चीनी करते हैं और जब हमारे बेटी-बेटों को ब्याहने की बारी आती है तो हम इन के स्वास्थ्य के बारे में कुछ भी बात करने में इतना झिझकते हैं मानो कि . ..... !! मुझे पता है कि आज की तारीख में तो इस तरह की बात उठाना भी उपहास का कारण बनने के बराबर है ........... लेकिन मार्क मॉय वर्ड्स ....