पंचप्राण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मैं अहंकार , पंचप्राण या बुद्धि आदि अन्त:करण चतुष्टय भी नहीं हूं, मैं तो केवल नित्य और शिवस्वरूपआत्मा हूं।
- मैं अहंकार , पंचप्राण या बुद्धि आदि अन्त:करण चतुष्टय भी नहीं हूं, मैं तो केवल नित्य और शिवस्वरूपआत्मा हूं।
- वेद का ऋषि क्षर पुरूष को भूमि , अक्षर पुरूष को दशांगुल ( पंचप्राण + मन + बुद्घि + चित्त + अहंकार + जीव ) तथा अव्यय पुरूष को सहस्र शीर्षाक्षपाद कहता है।
- सावरकर के विपुलायामी चिंतन के आधार ग्रंथों में ' 1857 का भारतीय स्वातंत्र समर' सावरकर विचार दर्शन भारतीय इतिहास के छह स्वर्णिम पृष्ठ, क्रान्ति का नाद, क्रान्ति के नक्षत्र, हिन्दुत्व तथा हिन्दुत्व के पंचप्राण शीर्षक विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
- सावरकर के विपुलायामी चिंतन के आधार ग्रंथों में ' 1857 का भारतीय स्वातंत्र समर ' सावरकर विचार दर्शन भारतीय इतिहास के छह स्वर्णिम पृष्ठ , क्रान्ति का नाद , क्रान्ति के नक्षत्र , हिन्दुत्व तथा हिन्दुत्व के पंचप्राण शीर्षक विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
- ब्रह्मलीनब्रह्मलीन : माघ शुक्ल चतुर्दशी स ० २ ० ३ ८ ( ७ फरवरी १ ९ ८ २ ) को केदारघाट वाराणसी में स्वईच्छा से उनके पंचप्राण महाप्राण में विलीन हो गए | उनके निर्देशानुसार उनके नश्वर पार्थिव शरीर का केदारघाट स्थित श्री गंगा महारानी को पावन गोद में जल समाधी दी गई |