पंच भूत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पाँच की संख्या हमारी पंच शक्ति , पंच रत्न , सम्मोहनादि पंच वाण , पंच कामदेव , पंच कला , पंच मकार , पंच भूत , पंच ऋचा एवं पंच प्राणों आदि का सृजन करती है।
- पाँच की संख्या हमारी पंच शक्ति , पंच रत्न , सम्मोहनादि पंच वाण , पंच कामदेव , पंच कला , पंच मकार , पंच भूत , पंच ऋचा एवं पंच प्राणों आदि का सृजन करती है।
- तिरुवन्नमलई पंच भूत स्थलंगल में से एक है , जो चिदम्बरम, श्री कालहस्ती, तिरुवनईकोएल तथा कांचीपुरम के साथ अग्नि तत्त्व को दर्शाता है, जिनमें ये चार क्रमशः पंच भूत तत्वों- आकाश, हवा, जल, और पृथ्वी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- तिरुवन्नमलई पंच भूत स्थलंगल में से एक है , जो चिदम्बरम, श्री कालहस्ती, तिरुवनईकोएल तथा कांचीपुरम के साथ अग्नि तत्त्व को दर्शाता है, जिनमें ये चार क्रमशः पंच भूत तत्वों- आकाश, हवा, जल, और पृथ्वी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- वास्तव में आत्मा के तीन शरीर हैं ( १) स्थूल या पंच भूत से निर्मित भौतिक शरीर जिसकी मृत्यु होती है और यही नाशको प्राप्त होता है (२) सूक्ष्म शरीर जो मन,बुद्धि,अहंकार से निर्मित है (३) कारण शरीर जो सकाम कर्मों के परिणाम स्वरुप संचित वासनाओं के रूप में निर्मित है.
- यह उत्सव पंच भूत आराधना के साथ शाम 5 : 40 बजे आरंभ होता है - जिसमें सद्गुरु की उपस्थिति में पांच तत्वों की भूत-शुद्धि होती है, सद्गुरु के प्रवचन व उनके द्वारा संचालित शक्तिशाली ध्यान प्रक्रियाएँ, विश्व के मशहूर संगीतकारों की प्रस्तुतियों के साथ, एक गहरे आध्यात्मिक अनुभव की संभावना उपलब्ध कराते हैं।