पगुराना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' पगुराना ' -एक आत्मसन्तोष आत्ममुग्ध , आस-पास के वातावरण से निस्पॄह अवस्था में स्वयं में तल्लीन मुद्रा मे मुख सुख की क्रिया है जिसमे वो इतना तल्लीन रहता है कि फिर उसे ' बीन ' बजे या या बिस्मिल्ला खान की शहनाई ..
- अच्छा व्यंग्य , दूध का पतला होने का कारण तालाव में भेंस का पड़ा रहना | पत्नी कहा धर्मपत्नी नहीं कहा अच्छा किया वैसे भी , धर्मपत्नी धर्मशाला अच्छा नहीं लगता | कुंद जेहन में इंद का चमकना | मनुष्यों की सन्ततियां भी ऐसे ही करतीं है ( पगुराना ) व्यंग्य भी हास्य भी , हकीकत भी