पनकौआ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' पनकौआ' में कटु हकीकत जानते हुए भी कवि आशावान है -'पेड़ों पर कोंपले आएँगी/ बची हुई चिड़ियाएँ लौटेंगी दूर पास से/ आशा बनी है ऐलान ना होगा खबरों में/ किसी नई लड़ाई का'.
- ' पनकौआ' में कटु हकीकत जानते हुए भी कवि आशावान है -'पेड़ों पर कोंपले आएँगी/ बची हुई चिड़ियाएँ लौटेंगी दूर पास से/ आशा बनी है ऐलान ना होगा खबरों में/ किसी नई लड़ाई का'.
- ' पनकौआ' में कटु हकीकत जानते हुए भी कवि आशावान है -'पेड़ों पर कोंपले आएँगी/ बची हुई चिड़ियाएँ लौटेंगी दूर पास से/ आशा बनी है ऐलान ना होगा खबरों में/ किसी नई लड़ाई का'.
- उनकी कविता प्रकृति की रमणीयता में भी हमें आकर्षित करती हैं- जैसे ‘ पनकौआ ' कविता में ‘ छोटा होता जा रहा वसंत हर साल / छोटा हो रहा है हर साल वसंत में ' .
- ' पनकौआ ' में कटु हकीकत जानते हुए भी कवि आशावान है - ' पेड़ों पर कोंपले आएँगी / बची हुई चिड़ियाएँ लौटेंगी दूर पास से / आशा बनी है ऐलान ना होगा खबरों में / किसी नई लड़ाई का ' .
- ' पनकौआ ' में कटु हकीकत जानते हुए भी कवि आशावान है - ' पेड़ों पर कोंपले आएँगी / बची हुई चिड़ियाएँ लौटेंगी दूर पास से / आशा बनी है ऐलान ना होगा खबरों में / किसी नई लड़ाई का ' .
- ' पनकौआ ' में कटु हकीकत जानते हुए भी कवि आशावान है - ' पेड़ों पर कोंपले आएँगी / बची हुई चिड़ियाएँ लौटेंगी दूर पास से / आशा बनी है ऐलान ना होगा खबरों में / किसी नई लड़ाई का ' .
- पनकौआ कुछ दिनों में आएगा एक मौसम इस अक्षांश में अगर वसंत हुआ मैं कपड़ों को बदलूँगा आस पास के नक्शे देखूँगा टहलने के लिए पेड़ों पर कोंपले आएँगी बची हुई चिड़ियाएँ लौटेंगी दूर पास से , आशा बनी है ऐलान ना होगा खबरों में किसी नई लड़ाई का खंखारूँगा गला पूरा कहने अधूरा कि चुप हो जाउँगा लंबा हो इतना इस बार कि यादें जल्दी ना लौटें पतझर की , शब्दों के एकांत में