पनियाँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- किस तरह जनता को जल , जंगल , जमीन पर उनके अधिकार से बेदखल करने के लिये उनका उत्पीड़न-दमन और हत्या करने वाली कम् पनियाँ डाक्यूमेंटरी का इस्तेमाल अपनी विश् वसनीयता का कायम करने के लिये करती रही हैं , इस सच से तरुण भारतीय ने दर्शकों को रूबरू कराया।
- परज में ‘ पनियाँ भरन कैसे जाऊँ घिर आये बदरा , घर मेरा दूर गागर सिर भारी , मैं नाजुक पनिहारी ' , राग जोगिया में ‘ सैंया गये परदेश , कैसे कटे विरह की रतिया …… ' के बाद राग भैरवी की ओर गायक बढ़ते हैं और ‘ लाल मत डारो गुलाल , ऐसो चटक रंग डार ' और ‘ रस के भरे तोरे नैन , साँवरिया तोहे गरवा लगा लूँ ' आदि गीतों के इस क्रम में चाँचर ताल की इन होलियों के साथ 16 मात्रा की धमार भी गायी जाती है।