परजन्म का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मध्यकालीन मनोवृत्ति से मनुष्य की मुक्ति के तीन पद-चिन्ह स्पष्ट हो गये हैं , पहला यह कि मनुष्य किसी परलोक में या परजन्म में मुक्ति पाने की बात अब नहीं सोचता।
- मध्यकालीन मनोवृत्ति से मनुष्य की मुक्ति के तीन पद-चिन्ह स्पष्ट हो गये हैं , पहला यह कि मनुष्य किसी परलोक में या परजन्म में मुक्ति पाने की बात अब नहीं सोचता।
- ' ' पूर्वजन्म और परजन्म का उद्देद्गय- पूर्वजन्म और परलोक ऐसे रहस्यमय बिन्दु हैं , जिनको जानने की जिज्ञासा मानव मन में सदैव से रही है , आज भी है और आगे भी रहेगी।
- जहां तक उद्देद्गय का प्रद्गन है , यह कहा जा सकता है कि पूर्वजन्म और परजन्म को मानने से व्यक्ति का लौकिक जीवन भी क्षेत्रवाद , जातिवाद , भाषावाद आदि की अनेक संकीर्ण सीमाओं से ऊपर उठकर अत्यन्त उदार एवं विद्गााल हो जाने से पवित्र बन जाता है।
- कहा जाता है कि जो मनुष्य यहाँ , इस लोक में , निकृष्ट कर्म करता है , वही परलोक या परजन्म में इन निकृष्ट योनियों में , दण्ड पाने के लिये पैदा होता है , पर यह बात टिकती नहीं , क्योंकि इस पृथ्वी पर मनुष्य की सारी संख्या डेढ अरब ( अब 6 अरब ) के ही आस-पास है।