परसाल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- परसाल न के बदले जान दी गई , पर कर्मनाशा दो बलि लेकर ही मानी .... त्रिशंकु के पाप की लहरें किनारों पर संप की तरह फुफकार रही थीं . ”
- परसाल बंगला के उत्पत्ति और विकास में मासूक के लिक्खा धिक्कार पढ़ला से हम ठान लेलूं के नुकल रहला से अब बने के नै , छौ-पाँच करते-करते बेकाम कैले खतम हो जाय के हे ।
- बाबा बाहर से ही बुदबुदाए , पर थोड़ा जोर से, बड़की अबकै तोहरी शामत … सुना, परसाल होली पे छुटकी बड़कऊ का लंगूर बना दिहे रहै … बाबा की शह पर छुटकी चहकी …अबकै बाबा के दाढ़ी रंगूंगी'… दरअसल ये बोली-ठिठोली होली की आमद की चुगली है- अगर आज भी बोली-ठोली न होगी तो होली ठिकाने की होली न होगी बड़ी गालियां देगा फागुन का मौसम अगर आज ठट्ठा ठिठोली न होगी देवर-भावज, भावज-ननद, जीजा-साली, बुआ-भतीजी, साली-सलहज, पति-पत्नी, प्रेमी-प्रेमिका और साथ में जेठ, ससुर भी।