पसनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अगर गिलगित-बालतिस्तान होकर रेल या सड़क मार्ग का निर्माण पूरा हो गया तो खाड़ी देशों से बिलकुल करीब स्थित पाकिस्तान के ग्वादर , पसनी और ओरमारा से पूर्वी चीन तक केवल ४८ घंटों में पहुंचा जा सकता है.
- लेकिन जब चीन से खाड़ी के देश सड़क और रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे तो चीन पूर्वी चीन से साज-ओ-सामान खाड़ी में मौजूद पाकिस्तानी नौसेना के बेस जैसे-ग्वादर , पसनी और ओरमारा तक महज 48 घंटों में पहुंचाएगा।
- लेकिन जब चीन से खाड़ी के देश सड़क और रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे तो चीन पूर्वी चीन से साज-ओ-सामान खाड़ी में मौजूद पाकिस्तानी नौसेना के बेस जैसे-ग्वादर , पसनी और ओरमारा तक महज 48 घंटों में पहुंचाएगा।
- के साथ हुआ ये किसी ने सोचा नहीं था पर हुआ है ये सच है और ये इसलिए हुआ है की तुम जैसे लीडरो ने लोगो के पेट मे लात मरी है उनकी खून पसनी की महनत को तुम लोगो ने राजनीती कर के
- 1838 की पहली अफ़ग़ान जंग में बरतानिया की तवज्जो इस इलाका पर हुई तो बाद में 1861 में बरतानवी फ़ौज ने मेजर गोल्ड स्मिथ की निगरानी में आकर इस इलाके पर क़ब्ज़ा कर लिया और 1863 में ग्वादर में अपना एक अस्सिटैंट पोलिटिकल एजैंट मुकर्रर कर दिया चुनांचे हिंदूस्तान में बरतानिया की ब्रिटिश इंडिया स्टीम नेवीगीशन कंपनी के जहाज़ों ने ग्वादर और पसनी की बंदरगाहों को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
- 1838 की पहली अफ़ग़ान जंग में बरतानिया की तवज्जो इस इलाका पर हुई तो बाद में 1861 में बरतानवी फ़ौज ने मेजर गोल्ड स्मिथ की निगरानी में आकर इस इलाके पर क़ब्ज़ा कर लिया और 1863 में ग्वादर में अपना एक अस्सिटैंट पोलिटिकल एजैंट मुकर्रर कर दिया चुनांचे हिंदूस्तान में बरतानिया की ब्रिटिश इंडिया स्टीम नेवीगीशन कंपनी के जहाज़ों ने ग्वादर और पसनी की बंदरगाहों को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
- विधान सभा क्षेत्रों रायपुर , ऋषिकेश और धनोल्टी के कनारूकाटल , गोदीखाल , कुंड , बगर , बोरसी , जुलियों , सेमचर , हिलासवाली , सोणला , तोलिया काटल , कोठीघुडसाल , ठंडापानी , रंगड गांव , देवधारी , घुत्तू , सेरा , ऐरल गांव , गंधक पानी , पसनी , बमड़ी , हल्दोड़ी , रडुवाकोट आदि कई गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव तो है ही यहां अक्सर बिजली की लुकाछिपी बनी रहती है।
- विधान सभा क्षेत्रों रायपुर , ऋषिकेश और धनोल्टी के कनारूकाटल , गोदीखाल , कुंड , बगर , बोरसी , जुलियों , सेमचर , हिलासवाली , सोणला , तोलिया काटल , कोठीघुडसाल , ठंडापानी , रंगड गांव , देवधारी , घुत्तू , सेरा , ऐरल गांव , गंधक पानी , पसनी , बमड़ी , हल्दोड़ी , रडुवाकोट आदि कई गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव तो है ही यहां अक्सर बिजली की लुकाछिपी बनी रहती है।