पापरहित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- -नियमपूर्वक संध्या करने से पापरहित होकर ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है।
- संसार के लोग तुम्हारे दर्शन करने से पापरहित हो जाते हैं।
- किसी को साहस नहीं हु आ . इस विश्व में पापरहित कौन है ?
- परन्तु ‘अपरा एकादशी ' के सवेन से ये भी पापरहित हो जाते हैं ।
- परन्तु ‘ अपरा एकादशी ' के सवेन से ये भी पापरहित हो जाते हैं ।
- भावार्थ : - निर्मल ( पापरहित ) और अचल ( स्थिर ) मन तरकस के समान है।
- शब्द मैं पापरहित , निष्कलुष,निष्काम सिर्फ़ कुछ शब्द चुनूंगा इस दुनिया में और अपनी कविता में उसे रख दूंगा।
- प्रतिष्ठानपुरमें एक महान कूप है जिसके दर्शन एवं उसका जलपान करने से मनुष्य पापरहित हो जाता है।
- पापरहित निर्मल और स्थिर मन तरकश है , जिसमें सम, यम और नियम रूपी अनेक प्रकार के बाण हैं।
- वेद भगवान अथर्ववेद १ ६ / ६ / १ में कहते हैं- हम आज ही पापरहित हो गए हैं .