पित्तपापड़ा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पित्त ज्वर- जवासा , अडूसा , कुटकी , पित्तपापड़ा , प्रियंगु के फूल और चिरायता इन सभी को मिलाकर काढ़ा बना लें और मिश्री या खाण्ड डालकर रोगी को दें।
- पर्पट , पित्तपापड़ा, शहतरा शास्त्रोक्त पर्पटक केलिए विद्वानो मे बहुत ही मतभेद हैं , उत्तर भारत मे शहतरा या पापड़ा का प्रयोग शास्त्रोक्त पर्पटक के रुप मे किया जा रहा है ।
- पर्पट , पित्तपापड़ा, शहतरा शास्त्रोक्त पर्पटक केलिए विद्वानो मे बहुत ही मतभेद हैं , उत्तर भारत मे शहतरा या पापड़ा का प्रयोग शास्त्रोक्त पर्पटक के रुप मे किया जा रहा है ।
- इसमें एकाध उपवास रखकर पित्तपापड़ा , नागरमोथ , चंदन , खस , सोंठ डालकर उबालकर ठंडा किया गया पानी पीने एवं पैरों के तलुओं में घी घिसने से लाभ होता है।
- 29 बुखार में बार-बार प्यास लगना : - सोंठ , पित्तपापड़ा , नागरमोथा , खस लाल चंदन , सुगन्ध बेला इन सबको समभाग लेकर बनाये गये काढ़े को थोड़ा-थोड़ा पीने से बुखार तथा प्यास शांत होती है।
- 29 बुखार में बार-बार प्यास लगना : - सोंठ , पित्तपापड़ा , नागरमोथा , खस लाल चंदन , सुगन्ध बेला इन सबको समभाग लेकर बनाये गये काढ़े को थोड़ा-थोड़ा पीने से बुखार तथा प्यास शांत होती है।
- 31 बुखार में जलन : - सोंठ , गन्धबाला , पित्तपापड़ा खस , मोथा , लाल चंदन इनका काढ़ा ठंडा करके सेवन करने से प्यास के साथ उल्टी , पित्तज्वर तथा जलन आदि ठीक हो जाती है।
- 31 बुखार में जलन : - सोंठ , गन्धबाला , पित्तपापड़ा खस , मोथा , लाल चंदन इनका काढ़ा ठंडा करके सेवन करने से प्यास के साथ उल्टी , पित्तज्वर तथा जलन आदि ठीक हो जाती है।
- चिरायता , नीम , मुलहठी , नागरमोथा , अडूसा , पित्तपापड़ा , कड़वे परवल , हरड़ , बहेड़ा , आंवला , खस और इन्द्रजौ को एक साथ बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बना लें और रोजाना पियें।
- चिरायता , नीम , मुलहठी , नागरमोथा , अडूसा , पित्तपापड़ा , कड़वे परवल , हरड़ , बहेड़ा , आंवला , खस और इन्द्रजौ को एक साथ बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बना लें और रोजाना पियें।