पिपासित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उसी दौरान , पाँव पैदल चल रही पिपासित नीमा जब जल लेने लहरतारा तालाब पर गई तो जलकुम्बी और पुरईन-पत्रों पर टुकुर-टुकुर ताकते नवजात को देखकर, ममता से लबालब भरे स्नेह और करुणा की तरंगों से पुलकित गृहस्थी की मधुर संकल्पना एवं नारी सुलभ झिझक बहकर तिरोहित हो गई और वह उस शिशु को उठाकर एवं छाती से लगाकर अहोभाव से भर गई।
- यह रचनाकार भी तो इसी युग का है ! इसीलिए पूतना के बांझ आदिवासी नारी होने की ‘ पिपासित / अतृप्त ममता ' के कारण उसकी छाती से दूध के स्वयमेव बहने और कृष्ण को गोदी में उठाने के उपक्रम को देखते ही बालकृष्ण के रक्षार्थ आसपास तैनात नंदबाबा के किसी लठैत द्वारा उसके प्राणांत का ज़्यादा तार्किक बिंब राधा के चिंतन में आ सका।
- झूम रही है धरा , ओढ़ के हरी ओढ़नी किन्तु है पिपासित बस ,एक यही मोरनी इससे पहले दामिनी ,नभ से दे उलाहने प्रीत बन चले आओ, प्रेयसि बुलाती है “wah wah smeer jee, kmal kr diya, aapkse aisse umeed kum hee thee lgta hai aap ne bhee hum subka dil jlane kee than lee hai, magar bhut acchee lgee, lajvab, ek dam different mood kee poetry likhe hai aapne, congrates” Regards