पूर्ण काल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दुर्भाग्य से यह शीर्षक कुछ लोगों को भ्रमित करता है जो व्याकरण की पर्याप्त समझ ना होने के कारण इसे वर्तमान काल समझ लेते हैं . यह वर्तमान काल नहीं है क्योंकि यह किसी वर्तमान क्रिया का वर्णन नहीं करता जो कि वर्तमान काल की परिभाषा है.यदि यह वर्तमान काल होता तो पूर्ण काल (
- यदि राहू चतुर्थ भाव में कर्क या कन्या में हो तो जातक को महाप्रतापी व् समाज में सम्मानित बनाता है | उद्धरण के लिए इस जन्मांग को देखे - जातक के जन्मांग में राहू कन्या राशि का है और चतुर्थ स्थान में उपस्थित है और जातक की कुंडली में पूर्ण काल सर्प योग भी उपस्थित है-
- हरिकृष्ण रुडोला , लील दत्त कोटनाला एवं महंत हर्ष्पुरी कि त्रिमूर्ति ने गढवाली आधुनिक कविताओं का श्रीगणेश किया यद्यपि इन्होने कविता रचना उन्नेस्विन सदी में कर दिया था इन कविताओं का प्रकाशन ' गढ़वाली ' पत्रिका एवं गढवाली का प्रथम कविता संग्रह ' गढवाली कविता वली ' में ही हो सका बीसवीं सदी के प्रारम्भिक काल गढवाली समाज का एक अति महत्व पूर्ण काल रहा है .