पूर्वभाद्रपद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ये जातक पूर्वभाद्रपद के प्रभाव में आने वाले जातकों की तरह ही अपने आप को हर स्थिति के अनुकूल ढालने में सक्षम होते हैं।
- गुरूवार और चौथी तिथि 5वीं , 7वीं, 9वीं,13वीं तिथि अस्वनी, पुनरवासु, पूष, मेघ, स्वाति, पूर्ववैशादा, पूर्वभाद्रपद, अथवा रेवाति से सम्बन्ध बना रही हो, शुक्रवार और
- पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के प्रबल प्रभाव में आने वाले जातक कानून द्वारा अवैध माने जाने वाली तथा हिंसक और विनाशक गतिविधियों से सम्बन्ध रख सकते हैं।
- अतः पूर्वभाद्रपद को अधिकतर वैदिक ज्योतिषियों ने एक नकारात्मक नक्षत्र ही माना है हालाँकि यह नक्षत्र सकारात्मक तरीके से काम करने में भी सक्षम है।
- पितरो के साथ यदि देवताओं को भी तृप्त करना हो तो जो अमावश्या धनिष्ठा , पूर्वभाद्रपद एवं शतभिषा नक्षत्र युक्ता हो उसमें श्राद्ध करे .
- पितरो के साथ यदि देवताओं को भी तृप्त करना हो तो जो अमावश्या धनिष्ठा , पूर्वभाद्रपद एवं शतभिषा नक्षत्र युक्ता हो उसमें श्राद्ध करे .
- मिथुन लग्न : चंद्र पूर्ण अस्त लग्न में हो , मंगल दशम भाव में पूर्वभाद्रपद नक्षत्र में रहे और राहु द्वादश भाव में होने से मिरगी रोग होता है।
- पूर्वाषाढ़ा , पूर्वाफाल्गुनी , पूर्वभाद्रपद तथा धनिष्ठा नक्षत्र में जिनका जन्म हुआ है वे व्यक्ति गोमेद न धारण करें बल्कि इसके स्थान पर पर्णकीर नामक नग धारण करें .
- पूर्वाषाढ़ा , पूर्वाफाल्गुनी , पूर्वभाद्रपद तथा धनिष्ठा नक्षत्र में जिनका जन्म हुआ है वे व्यक्ति गोमेद न धारण करें बल्कि इसके स्थान पर पर्णकीर नामक नग धारण करें .
- कईं वैदिक ज्योतिषियों का यह मानना है कि कभी कभी पूर्वभाद्रपद तथा उत्तर भाद्रपद नक्षत्रों के प्रभाव में आने वाले जातकों के स्वभाव में अंतर करना कठिन हो जाता है।