प्रपञ्च का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- केवल लक्षण या केवल प्रपञ्च उतना प्रभावकारी नहीं होता ।
- तब तक सृष्टि प्रपञ्च साकार ।
- पृथ्वीपर्यन्त सब तत्त्व और भुवन इसी शक्ति तत्त्व के प्रपञ्च हैं।
- न छल कर सकता है , न प्रपञ्च रच सकता है।
- अब देखे , सम्पूर्ण दृश्य प्रपञ्च द्रष्टाके बिना दिख ही नहीँ सकता ।
- ‘नमः शिवायः ' मंत्र से ही सम्पूर्ण शास्त्र और प्रपञ्च का उद्भव और विलय है।
- प्राप्त कर लेता है ; क्योंकि जिस मनुष्य को समस्त लौकिक प्रपञ्च की क्षण
- वैयाकरण इसी से प्रपञ्च सृष्टि मानते हैं - ” अनादिनिधनं ब्रह्म शब्दरूपं यदक्षरम् ।
- 12 ) नमः शिवाय : प्रपञ्च की शिवरूपता शिवां यातो महाभद्र नमोSहं मायया ध्रुवम्।
- 12 ) नमः शिवाय : प्रपञ्च की शिवरूपता शिवां यातो महाभद्र नमोSहं मायया ध्रुवम्।