प्राकाम्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 6 . प्राकाम्य प्राकाम्य सिद्धि वह सिद्धि है , जिससे साधक की कामना पूर्ण होती है।
- 6 . प्राकाम्य प्राकाम्य सिद्धि वह सिद्धि है , जिससे साधक की कामना पूर्ण होती है।
- प्राकाम्य सिद्धि को समझने के लिए पवन पुत्र की राम के प्रति भक्ति को समझना होगा।
- ये हैं - अणिमा , महिमा गरिमा , लघिमा , प्राप्ति , प्राकाम्य , ईशित्व और वशित्व।
- ये हैं - अणिमा , महिमा गरिमा , लघिमा , प्राप्ति , प्राकाम्य , ईशित्व और वशित्व।
- ` अणिमा महिमा , चैत्र गरिमा लघिमा तथा प्राप्ति : प्राकाम्य ईशित्वं , वशित्वं चाष्टासिद्धिय : ।।
- ` अणिमा महिमा , चैत्र गरिमा लघिमा तथा प्राप्ति : प्राकाम्य ईशित्वं , वशित्वं चाष्टासिद्धिय : ।।
- अणिमा , लघिमा, गरिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, महिमा, ईशित्व और वशित्व ये आठ प्रकार की सिद्धियां कही गई हैं।
- 6 , प्राकाम्य - इसकी उपलब्धि से इसका धारक इच्छानुसार पृथ्वी में समा और आकाश में उड सकता है।
- 6 , प्राकाम्य - इसकी उपलब्धि से इसका धारक इच्छानुसार पृथ्वी में समा और आकाश में उड सकता है।