प्रासङ्गिक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनकी शिक्षा सम्बन्धी धारणाओं में प्रदर्शित दूरदर्शिता , देशभक्ति तथा व्यवहारिकता पूर्णतया प्रासङ्गिक तथा युगानुकूल है।
- स्वातन्त्रिक और प्रासङ्गिक माध्यमिक का सत्यद्वय के बारे में जो सूक्ष्म दृष्टिभेद है , उसे जान लेना आवश्यक है।
- प्रासङ्गिक की अपनी दृष्टि से तो सभी ज्ञान मिथ्या ही हैं , क्योंकि उनकी दृष्टि से सभी सांवृत ज्ञान भ्रान्त होते हैं।
- आचार्य भावविवेक , ज्ञानगर्भ , शान्तरक्षित , कमलशील आदि स्वातन्त्रिक माध्यमिकों का इस देशना की नेयार्थता और नीतार्थता के बारे में प्रासङ्गिक माध्यमिकों से मतभेद हैं।
- परन्तु प्रासङ्गिक मत के अनुसार विषय दो प्रकार के नहीं हो सकते , क्योंकि सभी विषय मिथ्या ही होते हैं विषयी ( ज्ञान ) दो प्रकार का होता है।
- कुछ विद्वानों का कहना है कि प्रासङ्गिक केवल दो ही प्रमाण नहीं मानते , अपितु प्रत्यक्ष अनुमान , उपमान और आगम- इन चार प्रमाणों को मानते हैं वे अपने बात की पुष्टि के लिए प्रसन्नपदा के एक श्लोक को उद्धृत भी करते हैं।