फिरोज़ गाँधी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस समय के दौरान इनकी अक्सर फिरोज़ गाँधी से मुलाकात होती थी , जिन्हे यह इलाहाबाद से जानती थीं, और जो लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स में अध्ययन कर रहे थे।
- इस समय के दौरान इनकी अक्सर फिरोज़ गाँधी से मुलाकात होती थी , जिन्हे यह इलाहाबाद से जानती थीं , और जो लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स में अध्ययन कर रहे थे।
- इस समय के दौरान इनकी अक्सर फिरोज़ गाँधी से मुलाकात होती थी , जिन्हे यह इलाहाबाद से जानती थीं , और जो लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स में अध्ययन कर रहे थे।
- एक ही नाम है , वरुण फिरोज़ गाँधी , अब कह तो सकते हैं : कोई तो है जो भारत धर्मी समाज की हिमायत और हिफाज़त के लिए आगे आया है .
- भारत में पितृ सत्तात्मक व्यवस्था है , ऐसे में फिरोज़ गाँधी की वंशावली के वारिस आज के राहुल गाँधी की जयकार करने वाले भूल जाते है कि सोनिया ने जिस समझ और दूरदर्शिता से इस देश के आवाम को प्रभावित किया है, वह यहाँ के नाकारा नेताओं की अदूरदर्शिता का परिणाम है.
- इस अवसर को वीरेन्द्र शर्मा जी ने अफज़ल गुरु और वरुण फिरोज़ गाँधी के बीच समानताएँ और असमानताएँ तलाशने हेतु उचित पाया ! आप अगर देश के अतिशुभचिन्तक हैं तो भी यह सब पढकर आपका चिन्ता करना अनिवार्य नहीं है क्योंकि यह सब तो चुनावों के मौसम की रौनकें हैं जी .
- महाद्वीप यूरोप और ब्रिटेन में रहते समय उनकी मुलाक़ात एक पारसी कांग्रेस कार्यकर्ता , फिरोज़ गाँधी से हुई और अंततः १६ मार्च १९४२ को आनंद भवन इलाहाबाद में एक निजी आदि धर्मं ब्रह्म-वैदिक समारोह में उनसे विवाह किया[3] ठीकभारत छोडो आन्दोलन की शुरुआत से पहले जब महात्मा गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा चरम एवं पुरजोर राष्ट्रीय विद्रोह शुरू की गई।
- महाद्वीप यूरोप और ब्रिटेन में रहते समय उनकी मुलाक़ात एक पारसी कांग्रेस कार्यकर्ता , फिरोज़ गाँधी से हुई और अंततः १६ मार्च १९४२ को आनंद भवन इलाहाबाद में एक निजी आदि धर्मं ब्रह्म-वैदिक समारोह में उनसे विवाह किया[3] ठीकभारत छोडो आन्दोलन की शुरुआत से पहले जब महात्मा गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा चरम एवं पुरजोर राष्ट्रीय विद्रोह शुरू की गई।
- महाद्वीप यूरोप और ब्रिटेन में रहते समय उनकी मुलाक़ात एक पारसी कांग्रेस कार्यकर्ता , फिरोज़ गाँधी से हुई और अंततः १६ मार्च १९४२ को आनंद भवन इलाहाबाद में एक निजी आदि धर्मं ब्रह्म-वैदिक समारोह में उनसे विवाह किया ठीकभारत छोडो आन्दोलन की शुरुआत से पहले जब महात्मा गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा चरम एवं पुरजोर राष्ट्रीय विद्रोह शुरू की गई।
- महाद्वीप यूरोप और ब्रिटेन में रहते समय उनकी मुलाक़ात एक पारसी कांग्रेस कार्यकर्ता , फिरोज़ गाँधी से हुई और अंततः १६ मार्च १९४२ को आनंद भवन इलाहाबाद में एक निजी आदि धर्मं ब्रह्म-वैदिक समारोह में उनसे विवाह किया ठीकभारत छोडो आन्दोलन की शुरुआत से पहले जब महात्मा गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा चरम एवं पुरजोर राष्ट्रीय विद्रोह शुरू की गई।