फुलौरी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- किसी की नाक फुलौरी जैसी , किसी की गुलगुले जैसी , किसी की नीबू जैसी तथा किसी की चीकू जैसी ।
- फुलौरी बिना चटनी कैसे बनी . ...पच्चीस साल बाद भी कंचन के गाये गीत आप सुनेंगे तो वही खनक और वही मिठास, कहीं से कोई द्विअर्थी संवाद नहीं।
- तब वे यह बताना भी नहीं भूलते कि मिश्र जी को फुलौरी , तस्मई , मालपुआ , मोहनभोग , ‘ वसुमतिनंदन ‘ की खिचड़ी कितनी पसंद थी।
- साल-भर हुआ फुलौरी खाए हुए , लेकिन यहां पहले ही करेमुआ का साग और बजड़ी की रोटी पो रखी थी इस बेहूदी ने , ऊपर से सोते समय पचड़ा शुरू कर दिया।
- और ना ही “ फुलौरी बिना चटनी कैसे बनी . .. ” विवाह गीत , देवी गीत , छठ के गीत और शंकर भगवान के गीत के अलावा घर में बजाकर सुनने वाले कोई गीत शायद ही दस सालों में किसी ने गाया होगा ...
- अब निगाह कैफे सुरबहार पर चली गई , बनाया है मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विभाग ने, मगर वह सिर्फ कैफे है, सुरबहार की आज की हकीकत है- कइसे बनी कइसे बनी फुलौरी बिना चटनी कइसे बनी और ये गोटेदार लहंगा जैसे गीतों की तर्ज पर बने धर्मिक गीत- आठो पहर माँ की करती हूँ पूजा/ मन में बसी हो, मन में बसी….
- बेहद अय्याश माने जाने वाले लिबिया के तानाशाह गद्दाफी के मारे जाने के बाद बहुत संभव है उसकी ढेर सारी महिला बॉडीगॉर्ड्स अब रोजगार हेतु ' बाबा-बाबी स्पेशिलिटी कोर्स ' करके कहीं प्रवचन आदि देने की तैयारी कर रही होंगी ...... नाम भी गजब ...... सुश्री गद्दाफी देवी ' गॉर्जियस ' ....... सुश्री ब्लैक बेल्टहीया जी ' पटाखा ' ...... सुश्री चमको ' फुलौरी ' .......
- बेहद अय्याश माने जाने वाले लिबिया के तानाशाह गद्दाफी के मारे जाने के बाद बहुत संभव है उसकी ढेर सारी महिला बॉडीगॉर्ड्स अब रोजगार हेतु ' बाबा-बाबी स्पेशिलिटी कोर्स ' करके कहीं प्रवचन आदि देने की तैयारी कर रही होंगी ...... नाम भी गजब ...... सुश्री गद्दाफी देवी ' गॉर्जियस ' ....... सुश्री ब्लैक बेल्टहीया जी ' पटाखा ' ...... सुश्री चमको ' फुलौरी ' .......
- अब निगाह कैफे सुरबहार पर चली गई , बनाया है मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विभाग ने , मगर वह सिर्फ कैफे है , सुरबहार की आज की हकीकत है- कइसे बनी कइसे बनी फुलौरी बिना चटनी कइसे बनी और ये गोटेदार लहंगा जैसे गीतोें की तर्ज पर बने धर्मिक गीत- आठो पहर मां की करती हूं पूजा / मन में बसी हो , मन में बसी .... म्यूजिक बहुत तेज है।
- वह जमीन पर पालथी मारकर बैठ गया और असम के मान-चित्र का अंकन करने लगा . परीक्षा के पहले ही दिन आधे घण्टे की छुट्टी में उसने फुलौरी खायी. शाम को लौटते समय मिठाई की दुकान से उसने दो पैसे का नकुलदाना खरीदा. नकुलदाना उसने पहले भी देखा है. एक बार उसका चाचा कुछ ले गया था. उसके हिस्से में पांच आये थे. उसने नोमल आदि के साथ बांटकर खाया. उसका स्वाद अब भी उसके दांतों में है. आज दो पैसे में उसे बहुत सारे नकुलदाना मिले...