फेनल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- रात का आखिरी पहर जब और गाढ़ा हो , जब हाथ को हाथ न सूझे, अंधेरे में मुट्ठी भर शब्द मोगरे की तरह महक उठे, अंधेरे की रेशमी तह चूम कर बलैयां लेती रहें, तुम सिरहाने बैठ कर शांत, निर्लिप्त, विरक्त समुद्र में नौका खेते रहो और, मैं फेनल से भीगी मत्स्य अर्जित क...
- अंधेरे में मुट्ठी भर शब्द मोगरे की तरह महक उठे , अंधेरे की रेशमी तह चूम कर बलैयां लेती रहें, तुम सिरहाने बैठ कर शांत, निर्लिप्त, विरक्त समुद्र में नौका खेते रहो और, मैं फेनल से भीगी मत्स्य अर्जित कर दूँ तुम्हें वह बूँद जो अमृत सी कंठ में बिंधी रहे, प्यास बुझाती रहे युगों तक आदि से अनंत तक।
- अंधेरे में मुट्ठी भर शब्द मोगरे की तरह महक उठे , अंधेरे की रेशमी तह चूम कर बलैयां लेती रहें, तुम सिरहाने बैठ कर शांत, निर्लिप्त, विरक्त समुद्र में नौका खेते रहो और, मैं फेनल से भीगी मत्स्य अर्जित कर दूँ तुम्हें वह बूँद जो अमृत सी कंठ में बिंधी रहे, प्यास बुझाती रहे युगों तक आदि से अनंत तक।
- रात का आखिरी पहर जब और गाढ़ा हो , जब हाथ को हाथ न सूझे, अंधेरे में मुट्ठी भर शब्द मोगरे की तरह महक उठे, अंधेरे की रेशमी तह चूम कर बलैयां लेती रहें, तुम सिरहाने बैठ कर शांत, निर्लिप्त, विरक्त समुद्र में नौका खेते रहो और, मैं फेनल से भीगी मत्स्य अर्जित कर दूँ तुम्हें वह बूँद जो अमृत सी कंठ में बिंधी रहे, प्यास बुझाती रहे युगों तक आदि से अनंत तक।
- हर दिन सुबह बैंच पर फैलती हुई धूप के समान _______________ मत्स्य रात का आखिरी पहर जब और गाढ़ा हो , जब हाथ को हाथ न सूझे, अंधेरे में मुट्ठी भर शब्द मोगरे की तरह महक उठे, अंधेरे की रेशमी तह चूम कर बलैयां लेती रहें, तुम सिरहाने बैठ कर शांत, निर्लिप्त, विरक्त समुद्र में नौका खेते रहो और, मैं फेनल से भीगी मत्स्य अर्जित कर दूँ तुम्हें वह बूँद जो अमृत सी कंठ में बिंधी रहे, प्यास बुझाती रहे युगों तक आदि से अनंत तक।