बंसलोचन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- घटक द्रव्य- कस्तूरी 2 ग्राम , केसर 4 ग्राम, छोटी इलायची के दाने 5 ग्राम, जायफल 6 ग्राम, बंसलोचन 7 ग्राम, जावित्री 8 ग्राम, सोने के वर्क 1 ग्राम और चाँदी के वर्क 3 ग्राम, मुक्ता पिष्टी 4 ग्राम- कुल वजन 40 ग्राम।
- इस नक्षत्र के विषय में मान्यता है कि , इस नक्षत्र के दौरान जब वर्षा की बूंदें मोती के मुख में पड़ती है तब सच्चा मोती बनता है, बांस में इसकी बूंदे पड़े तो बंसलोचन और केले में पड़े में कर्पूर बन जाता है।
- मंगल या शनिवार के दिन लौंग , रक्त-चंदन , धूप , लोहबान , गौरोचन , केसर , बंसलोचन , समुद्र-सोख , अरवा चावल , कस्तूरी , नागकेसर , जई , भालू के बाल व सुई को भोजपत्र के साथ अपने शरीर व लग्न के अनुकूल धातु के ताबीज में भरकर गले में धारण करें।
- मंगल या शनिवार के दिन लौंग , रक्त-चंदन , धूप , लोहबान , गौरोचन , केसर , बंसलोचन , समुद्र-सोख , अरवा चावल , कस्तूरी , नागकेसर , जई , भालू के बाल व सुई को भोजपत्र के साथ अपने शरीर व लग्न के अनुकूल धातु के ताबीज में भरकर गले में धारण करें।
- अमृतप्राश अवलेह अड़तीस प्रकार की वनस्पतियों , तीन तरह की दवाओं के ताजा रस , बकरे के मांस के रस , बकरी के दूध और गाय के घृत के मिश्रण से बनी दवा घृत रूप में बनने के पश्चात इसमें शहद , शर्करा , तेजपत्ता , छोटी इलायची , दालचीनी , नागकेसर , कालीमिर्च और बंसलोचन मिलाकर चाटने योग्य बनता है।