बभ्रु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- महामुनि पिप्पलादजी ने शनिदेव की इस प्रकार प्रार्थना की - : कोणस्थ: बभ्रु: कृष्णोरौद्रौऽन्तको यम: ।
- बभ्रु एक बार पंजे धरती पर छुआ कर और भी वेग से राजकुमारी की ओर लपका।
- ज्योंही बभ्रु अधीर होकर अपनी जीभ अमिता के मुख की ओर बढ़ाता , हिता जंजीर खींच लेती।
- * मणिपुर के राजा की कन्या [ [ चित्रांगदा ]] से विवाह करके उससे बभ्रु वाहन को जन्म दिया।
- हिता और बभ्रु भिन्न जाति के जीव थे परन्तु दोनों के शरीर की गठन में अनुपात का बहुत साम्य था।
- बभ्रु प्रातः प्रथम मिलन के समय स्नेहविह्वल हो बार-बार अपनी गुलाबी लपलपाती जीभ से हिता का हाथ छू देता था।
- दीर्धिका की ओर देखते समय बभ्रु का कभी दायाँ कान खड़ा हो जाता , कभी दायाँ कान गिरकर बायाँ उठ जाता।
- पूजन के दौरान शनि के निम्न दस नामों का उच्चारण करें- कोणस्थ , कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर।
- * पूजन के दौरान शनि के निम्न दस नामों का उच्चारण करें- कोणस्थ , कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर।
- बभ्रु का सेतु , सेतु का आरब्ध, आरब्ध का गांधार, गांधार का धर्म, धर्म का धृत, धृत का दुर्मना और दुर्मना का पुत्र प्रचेता हुआ।