बहलना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- न होते आज तक हम लोग भूखे और प्यासे से बहलना छोड़ देते हम अगर झूठे दिलासे से
- पर “राज़” यूँ ही बहलना चाहता है गुनाह था मेरा होना इंसां की जात ता-उम्र मेरे साथ होते रहे हादसात
- ना खोना होश तू अपने , जो बिछड़े कोई भी अपना , बिसात -ए -उल्फतें हैं ये , बहलना सब को पड़ता है .
- ना खोना होश तू अपने , जो बिछड़े कोई भी अपना , बिसात -ए -उल्फतें हैं ये , बहलना सब को पड़ता है .
- भूल गए थे मुझे ये सारे शब्द शब्दों के सारे मायने मेरे कण-कण में अपनी वीरानगी अपनी तपिश अपनी उदासी में बहलना सीख लिया था
- यही आज की युवा पीढी की चाह है , चाहे वह लड़का हो या लड़की , दिल बहलना चाहिए , दिल बहलता है आपके आ जाने से।
- “ ” मुश्किल है हमारा इस साज़ से बहलना . .. “ ये आवाम और तमाम वोटरों का दर्द है . ” किसके लिए है मुमकिन ... “ मजबूरियों की इन्तेहा है . ”
- लेकिन जब मेरा बेटा बड़ा हो गया तो गुब्बारों से उस का मन बहलना बंद हो गया , तो मुझे यह बात बड़ी कटोचती थी कि अब वो हमारे यहां नहीं आया करेगी ।
- ख्वाब और सपनों के खेल को कभी हकीकत न समझना , खूबसूरत लफ्ज़ों की बुरी नीयत पर न बहलना , पर्दे सजे है अब घर घर में उनके पीछे झांकना भी मुश्किल है क्योंकि दृश्य हवाओं से पहुंचाये जाते हैं।
- कभी जिन्दगी ने मचलना सिखाया मिली ठोकरें तो सम्भलना सिखाया सम्भलकर के जीना कठिन जिन्दगी में उलझ भी गए तो निकलना सिखाया महफिल है रंगों की जहाँ जिन्दगी है गिरगिट के जैसे बदलना सिखाया सबकी खुशी में खुशी जिन्दगी की खुद की खुशी में बहलना सिखाया बहुत दूर मि