भविष्यपुराण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भविष्यपुराण के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या शनिदेव को अधिक प्रिय रहती है।
- भविष्यपुराण में लिखा है- देवतादौ यदा मोहाद् गणेशो न च पूज्यते।
- सूर्य के अग्रभाग में महाश्वेता का निर्द्वेश भविष्यपुराण में मिलता है।
- भविष्यपुराण के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या शनिदेव को अधिक प्रिय रहती है।
- किन्तु भविष्यपुराण में उनके पिता का नाम श्रीधर बताया गया है।
- ( 9) भविष्यपुराण में श्लोकों की संख्या चौदह हजार पाँच सौ हैं।
- किन्तु भविष्यपुराण में उनके पिता का नाम श्रीधर बताया गया है।
- किन्तु भविष्यपुराण में उनके पिता का नाम श्रीधर बताया गया है।
- पर , याद रहे कि उस भविष्यपुराण का कोई ठिकाना नहीं है।
- स्कन्दपुराण , पद्मपुराण व भविष्यपुराण में इसके सम्बन्ध में भिन्न भिन्न मान्यताएं हैं।