भावोदय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके मुख्य प्रतिपाद्य विषय हैं - नौरस , भाव, भावोदय, भावशांति, भावशबलता, रसाभास, रसदोष, वृत्ति, नायिकाभेद, सखा-सखी-भेद और हाव आदि।
- यह संकलन ' वीणा ' ' पल्लव ' काल के बाद कवि के नये भावोदय की सूचना देती है।
- इस अंक में भावों के चार रूपों अथवा भावों की चार अवरस्थाओं- भावशान्ति , भावोदय , भावसंधि और भावशबलता- पर विचार किया जायगा।
- इस अंक में भावों के चार रूपों अथवा भावों की चार अवरस्थाओं- भावशान्ति , भावोदय , भावसंधि और भावशबलता- पर विचार किया जायगा।
- मतले के शाब्दिक अर्थ के अनुरूप नीरज जी ने इसे आरम्भिका तथा चन्द्रसेन विराट ने भावोदय सम्बोधित करने का असफल प्रयास किया है .
- अगर यही रफ़्तार रही तो आने वाले समय में अच्छे लेखको को समाज में आदर भी मिलेगा और इनके कारण नए ब्लागरों में भी रचनात्मकता का नूतन भावोदय होगा .
- तो इस तरह कहीं एक आलोचक का भावोदय मेरे चेतन -अचेतन में हुआ , जो सव्यसाची और विजेंद्र जी जैसे साहित्यकारों का सान्निध्य पाकर इस रूप में प्रस्फुटित हुआ ।