मति-भ्रम का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- किन्तु काल-चक्र को उल्टा चलते जाने , जिस कारण मति-भ्रम सा प्रतीत होता है , और सभी को अज्ञानी प्रतीत होते हुए भी आम आदमी आनंद उठाने के स्थान पर दोष मानव में ही ढूंढ रहा है , यद्यपि सब यह भी जानते हैं कि विचार मानव के नियंत्रण में हैं ही नहीं ...
- वराह में; सिंह मे; और मानव में शक्तिशाली वामन अवतार में; कुल्हाड़ी वाले परशुराम में; ( सूर्य के प्रतिरूप) धनुर्धर राम में, और सुदर्शन-चक्र धारी कृष्ण में (गैलेक्सी के प्रतिरूप)!किन्तु काल-चक्र को उल्टा चलते जाने, जिस कारण मति-भ्रम सा प्रतीत होता है, और सभी को अज्ञानी प्रतीत होते हुए भी आम आदमी आनंद उठाने के स्थान पर दोष मानव में ही ढूंढ रहा है, यद्यपि सब यह भी जानते हैं कि विचार मानव के नियंत्रण में हैं ही नहीं...