मरकतमणि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- परो दिवा पर एना पृथिव्यैतावती महिना संबभूव॥8॥ अर्थ : - जो सिंह की पीठ पर विराजमान हैं, जिनके मस्तक पर चन्द्रमा का मुकुट है, जो मरकतमणि के समान कान्तिवाली अपनी चार भुजाओं में शङ्ख, चक्र, धनुष और बाण धारण करती हैं, तीन नेत्रों से सुशोभित होती हैं, जिनके भिन्न-भिन्न अङ्ग बाँधे हुए बाजूबंद, हार, कङ्कण, खनखनाती हुई करधनी और रुनझुन करते हुए नूपुरों से विभूषित हैं तथा जिनके कानों में रत्नजटित कुण्डल झिलमिलाते रहते हैं, वे भगवती दुर्गा हमारी दुर्गति दूर करने वाली हों।
- अर्थ : - जो सिंह की पीठ पर विराजमान है , जिनके मस्तक पर चन्द्रमा का मुकुट है , जो मरकतमणि के समान कान्तिवाली अपनी चार भुआओं में शंख चक्र धनुष और बाण धारण करती हैं , तीन नेत्रों से सुशोभित होती है , जिनके भिन्न भिन्न अंग बांधे हुये बाजूबंद हार कंकण खनखनाती हुई करधनी और रुनझुन करते हुये नूपुरों से विभूषित है , तथा जिनके कानों में रत्न जटित कुण्डल झिलमिलाते रहते है , वे भगवती दुर्गा हमारी दुर्गति दूर करने वाली हों।