मागधी प्राकृत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 1 . भाषा का प्राचीन विभाग मागधी प्राकृत , ‘ सा मागधी मूलभासा ' ।
- ब्रज की व्युत्पत्ति निश्चय ही शौरसेनी से तथा भोजपुरी की मागधी प्राकृत से हुई है।
- बांग्ला भाषा , असमिया और उड़िया के साथ साथ इसकी उत्पत्ति मागधी प्राकृत से हुई है।
- प्राकृत के वैयाकरणों ने इन प्रवृत्तियों को मागधी प्राकृत के विशेष लक्षणों में गिनाया है।
- ब्रज की व्युत्पत्ति निश्चय ही शौरसेनी से तथा भोजपुरी की मागधी प्राकृत से हुई है।
- बौद्धकाल से मौर्यकाल तक मागधी प्राकृत के राष्ट्रभाषा हल ( देखल जाय बुद्ध-वचन आउ अशोक के शिलालेख ) ।
- उड़िया भारतीय भाषा परिवार के पूर्व समूह से सम्बद्ध है और इसकी उत्पत्ति अर्द्ध मागधी प्राकृत से हुई है।
- वैयाकरणों के मतानुसार इस मागधी प्राकृत का तीसरा विशेष लक्षण तीनों ऊष्म वर्णों के स्थान पर श् का प्रयोग है।
- वैयाकरणों के मतानुसार इस मागधी प्राकृत का तीसरा विशेष लक्षण तीनों ऊष्म वर्णों के स्थान पर श् का प्रयोग है।
- मागधी प्राकृत में संस्कृत का धर्म ' धम' है, तो गंगा बेसिन के बाहर पंजाब में वह 'ध्रम' हो जाता है।