मातृ-ऋण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आज हम वात्सल्य , स्नेह, प्रेम की अमृत धाराएँ प्रदान करने वाली माता के मातृ-ऋण को भले ही भूल जायें, पर हम इतने कृतघ्न भी नहीं है कि साल में एक दिन मदर्स डे मनाकर अपनी माँ को खुश भी ना कर सकें।
- वैसे भी हम भारतवासी वात्सल्य , स्नेह, प्रेम की अमृत धाराएँ प्रदान करने वाली माता के मातृ-ऋण को भले ही भूल जायें, पर हम इतने कृतघ्न भी नहीं है कि साल में एक दिन मदर्स डे मनाकर अपनी माँ को खुश भी ना कर सकें।
- वैसे भी हम भारतवासी वात्सल्य , स्नेह , प्रेम की अमृत धाराएँ प्रदान करने वाली माता के मातृ-ऋण को भले ही भूल जायें , पर हम इतने कृतघ्न भी नहीं है कि साल में एक दिन मदर्स डे मनाकर अपनी माँ को खुश भी ना कर सकें।
- इसमें संदेह नहीं कि उन्होंने मातृ-ऋण का विचार करके दस हजार रुपये अपनी मॉँ के नाम जमा कर दिये थे , कि उसके ब्याज से उनका निर्वाह होता रहे ; किंतु बेटे के इस उत्तम आचरण पर मॉँ का दिल ऐसा टूटा कि वह दिल्ली छोड़कर अयोध्या जा रहीं।
- यह गलाता है सुबह से शाम तक तो हड्डियों को , पर कहाँ से ला सकेगा रोज नोटों की अनेकोँ गड्डियों को ? आह भर कर मातृ-ऋण को याद करता , पर नहीं फिर भी कभी फरियाद करता ; बस यही एक कामना करता - “ मरे माँ , नरक की पीड़ा न झेले , मत कराहे , तोड़ बन्धन मुक्त हो ले . ”