मात्रिक छन्द का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस मात्रिक छन्द के दो चरण होते हैं , प्रत्येक में १६-१६ मात्राएँ
- मात्रिक छन्द वह कहलाते हैं जिनमें मात्राओं की गणना की जाती है।
- मात्रिक छन्द में केवल मात्राओं की सङ्ख्या का नियम होता है | छन्दों में
- वार्णिक 1 ) मात्रिक छन्द: मात्रिक छन्दों में मात्राओं की गिनती की जाती है ।
- यह 13-13 मात्राओं का सम पाद मात्रिक छन्द है जिसके चरणान्त में यति है।
- ‘गण ' का विचार केवल वर्ण वृत्त में होता है मात्रिक छन्द इस बंधन से मुक्त
- मात्रिक छन्द वे होते हैं जिनकी रचना में चरण की मात्राओं की गणना की जाती है।
- ‘गण ' का विचार केवल वर्ण वृत्त में होता है मात्रिक छन्द इस बंधन से मुक्त होते हैं।
- आल्हा या वीर छन्द अर्द्धसम मात्रिक छन्द है , जिसके हर पद (पंक्ति) में क्रमशः १६-१६ मात्राएँ, चरणान्त क्रमशः दीर्घ-लघु होता है.
- आल्हा अर्द्धसम मात्रिक छन्द है , जिसके हर पद ( पंक्ति ) में क्रमशः 16 - 16 मात्राएँ , दीर्घ-लघु होती है ....