मादरजाद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जो लड़की जमीन पर मादरजाद नंगी , चित लेटी है वो वही है, बन्नो, उसी को आधी दर्जन बाँहें जमीन से चिपकाये हुए हैं और भेड़ियों जैसी भूखी-भूखी ये ऑंखें वही हैं जो पहले भी उसे यों ही घूर चुकी हैं... 'कौन है, कौन है, यहाँ €या हो रहा है?' चिल्लाती हुई वह खंजर हाथ में लिए तेजी से कोठरी में दांखिल हुई।
- बालज़ाक अपनी कहानी सरासिने में , औरत के भेस में रहने वाले एक कैस्तरातो ( नटुआ जिसे बचपन में ही बधिया किया गया हो ) के सन्दर्भ में लिखते हैं : “ ये स्वयं एक औरत थी , अपने एकाएक उपजे डर , बेदलील तरंगें , अपने मादरजाद खौफ़ , बिलावजह की दिलेरी का मुज़ाहरा , अपने हौसलों और अपने लज़ीज़ नाज़ुक़ी जज़्बात के साथ '' ।
- हम मादरजाद बहरे-अंधे-गूंगे नहीं हैं हमारे कान उनके भाषणों से पक गये हैं हमारे दीदे उनकी करतूतें देख-देख फूट गये हैं उनके तमंचों ने हमारे मुंह पर ताले जड़ दिये हैं हम इतने ऊबे हुए और उदास हैं कि हमें अपने घर लौटना है साथियों ** वे चाहते हैं कि हमारी आशाओं का सूरज सर्वदा के लिए डूब जाय हम सब फ़िर अपने रास्ते भूल बैठें उनकी आदिम पशुता के जंगल में जहां खूंखार जानवरों से फ़िर हमारा सामना हो
- दरोगा करीम बख्श ने टेपचू की कनपटी पर एक डंडा जमाया , “ मादर नाम क्या है तेरा ? ” टेपचू ने कुर्ता उतारकर फेंक दिया और मादरजाद अवस्था में खड़ा हो गया , “ अल्ला बख्श बलद अब्दुल्ला बख्श साकिन मड़र मौजा पौंड़ी , तहसील सोहागपुर , थाना जैतहरी , पेशा मज़दूरी - ” इसके बाद उसने टाँगे चौड़ी कीं , घूमा और गजाधर शर्मा , जो नीचे की ओर झुका हुआ था , उसके कंधे पर पेशाब की धार छोड़ दी , “ जिला शहडोल , हाल बासिंदा बैलाडिला ”