मायारहित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भावार्थ : - ( मायारहित सच्चिदानंदमय स्वरूपभूत दिव्यगुणयुक्त ) सगुण स्वरूप की उपासना करने वाले भक्त इस प्रकार मोक्ष लेते भी नहीं।
- वे तीन कौन-कौन सी ? वे निर्मम हैं यानी मायारहित हैं, परिग्रह नहीं लेते, अमर हैं तथा कोई विशेष भोजन खाने वाले हैं।
- वे तीन कौन-कौन सी ? वे निर्मम हैं यानी मायारहित हैं , परिग्रह नहीं लेते , अमर हैं तथा कोई विशेष भोजन खाने वाले हैं।
- स्वाध्याय विधान शिक्षा से उच्च और श्रेष्ठतर विधिा-विधाान है क्योंकि शिक्षा मायावी सुख-साधन का हेतु होता है तो स्वाध्याय मायारहित आनन्दमय जीवन का हेतु होता है ।
- सर्वे देवा : पूता भवन्ति च॥ अर्थ :- देवर्षिगण कहते हैं - जो सदात्मस्वरूप, सबके आदिकारण, मायारहित तथा सोऽहमस्मि (वह परमात्मा मैं हूँ)- इस अचिन्त्य बोध से सम्पन्न हैं;
- हे निरंजन ( मायारहित ) ! आपके अनेकों ( अनंत ) नाम हैं और कोई नाम नहीं है ( अर्थात् आप सब नामों के परे हैं ) ॥ 3 ॥
- अर्थ देवर्षिगण कहते हैं - जो सदात्मस्वरूप , सबके आदिकारण , मायारहित तथा सोऽहमस्मि ( वह परमात्मा मैं हूँ ) - इस अचिन्त्य बोध से सम्पन्न हैं ; जिनका आदि , मध्य और अन्त नहीं है , उन एक- अद्वितीय एकदन्तधारी भगवान् गणेश की हम शरण लेते हैं।
- अर्थ देवर्षिगण कहते हैं - जो सदात्मस्वरूप , सबके आदिकारण , मायारहित तथा सोऽहमस्मि ( वह परमात्मा मैं हूँ ) - इस अचिन्त्य बोध से सम्पन्न हैं ; जिनका आदि , मध्य और अन्त नहीं है , उन एक- अद्वितीय एकदन्तधारी भगवान् गणेश की हम शरण लेते हैं।