मुंडक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके नीचे लिखा है सत्यमेव जयते , जो मुंडक उपनिषद से लिया गया है।
- मुख्य उपनिषदें हैं- ईश , केन, कठ, प्रश्न, मुंडक, मांडूक्य, तैत्तिरीय, ऐतरेय, छांदोग्य, बृहदारण्यक और श्वेताश्वर।
- ' मुंडक उपनिषद् में कहते हैं- ” न चक्षुषा गृह्यते नापि वाचा नान्यैर्देवैस्तपसा कर्मणा वा।
- ' मुंडक उपनिषद् में कहते हैं- ” न चक्षुषा गृह्यते नापि वाचा नान्यैर्देवैस्तपसा कर्मणा वा।
- ' मुंडक उपनिषद् में कहते हैं- ” न चक्षुषा गृह्यते नापि वाचा नान्यैर्देवैस्तपसा कर्मणा वा।
- इनके अतिरिक्त ईश , केन, कठ, प्रश्न, मुंडक, मांडूक्य आदि प्राचीन उपनिषद् भारतीय चिंतन के आदिस्त्रोत हैं।
- इनके अतिरिक्त ईश , केन, कठ, प्रश्न, मुंडक, मांडूक्य आदि प्राचीन उपनिषद् भारतीय चिंतन के आदिस्त्रोत हैं।
- पुष्पों के संग्रहीत होने के कारण पुष्पक्रम ( inflorescence) एक मुंडक (capitulum) या शीर्ष (head) होता है।
- मुंडक उपनिषद में कहा गया है कि उसके शीष पर अग्नि जलती है , बटुक छोटा बच्चा।
- सत्यमेव जयते मुंडक उपनिषद के तीसरे मुंडक के पहले खंड के छठे मंत्र का एक हिस्सा है .