मुण्डक उपनिषद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ( ऐसी अवधारणा भी मुण्डक उपनिषद में मिलती है - 'वह क्या है जिसे जानने से यह सब जाना जाता है?') आज कल मूलभूत बलों की संख्या, सिद्धान्तत: तीन ही रह गई है, विद्युत चुम्बकीय तथा दुबर्ल नाभिक बलों में सिद्धान्तत: एकता स्थापित की जा चुकी है।
- ( ऐसी अवधारणा भी मुण्डक उपनिषद में मिलती है - ' वह क्या है जिसे जानने से यह सब जाना जाता है ? ' ) आज कल मूलभूत बलों की संख्या , सिद्धान्तत : तीन ही रह गई है , विद्युत चुम्बकीय तथा दुबर्ल नाभिक बलों में सिद्धान्तत : एकता स्थापित की जा चुकी है।