मूत्रपथ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- किडनी में कोई विकार होने पर मूत्रपथ और जननेन्द्रियों में संक्रमण ( UTI ) होना स्वाभाविक है।
- मूत्र पथ का संक्रमण ( यूटीआई) एक बैक्टीरिया जनित संक्रमण है जो मूत्रपथ के एक हिस्से को संक्रमित करता है।
- चिकित्सा में आज , पर ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता है यह है अभी भी अच्छी तरह से ज्ञात मूत्रपथ स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए.
- मूत्राशय के संक्रमण के लिये दो बडे चम्मच दालचीनी का पावडर और एक बडा चम्मच शहद मिलाकर गरम पानी के साथ देने से मूत्रपथ का संक्रमण नष्ट हो जाता है .
- शिलाजीत महान आयुवर्धक रसायन है जो स्तंभनदोष के साथ साथ उच्च रक्तचाप , मधुमेह, मोटापा आदि रोगों का उपचार करता है और साथ ही वृक्क, मूत्रपथ और प्रजनन अंगों का कायाकल्प करता है।
- शतावरी कैंसर , इन्फ्लेमेशन, क्षय रोग, कुष्ठ रोग, रतौंधी, वृक्क रोग, मिर्गी, दमा, ब्रोंकाइटिस, जीर्ण ज्वर, अम्लता, अपच, दस्त, पेचिश, आमाशय शोथ, हरपीज़, एड्स, सोर थ्रोट, मूत्रपथ संक्रमण आदि बीमारियों का उपचार करती है।
- शिलाजीत महान आयुवर्धक रसायन है जो स्तंभनदोष के साथ साथ उच्च रक्तचाप , मधुमेह , मोटापा आदि रोगों का उपचार करता है और साथ ही वृक्क , मूत्रपथ और प्रजनन अंगों का कायाकल्प करता है।
- शिलाजीत महान आयुवर्धक रसायन है जो स्तंभनदोष के साथ साथ उच्च रक्तचाप , मधुमेह , मोटापा आदि रोगों का उपचार करता है और साथ ही वृक्क , मूत्रपथ और प्रजनन अंगों का कायाकल्प करता है।
- • मूत्रपथ संक्रमण और मूत्र-असंयमता ( Urinary incontinence ) - मूत्राशय की पेशियों को नियंत्रित करने वाली नाड़ियाँ क्षतिग्रस्त होने पर मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं हो पाता है , जिससे मूत्राशय और वृक्क में कीटाणु अपना बसेरा बना लेते हैं अर्थात मूत्रपथ में संक्रमण हो जाता है।
- • मूत्रपथ संक्रमण और मूत्र-असंयमता ( Urinary incontinence ) - मूत्राशय की पेशियों को नियंत्रित करने वाली नाड़ियाँ क्षतिग्रस्त होने पर मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं हो पाता है , जिससे मूत्राशय और वृक्क में कीटाणु अपना बसेरा बना लेते हैं अर्थात मूत्रपथ में संक्रमण हो जाता है।