मृत्यु-लोक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- नारद जी सोच रहे थे कि मृत्यु-लोक ( पृथ्वी ) में जाकर एक गिटार ले लिया जाए।
- जरा यह तो बताओ कि मृत्यु-लोक में कैसा हाल है जीवों का , स्त्री-पुरुष कैसे रहते हैं ?
- इस मृत्यु-लोक में जहां तृषा से कंठ में कांटे पड़ जाते हैं , हंसना और मुस्कराना कोई ठिठोली नहीं है।
- अत : देवी उद्विग्नता का त्याग करें और मृत्यु-लोक के भ्रमण के दौरान स्वयं न्यायिक प्रक्रिया को देखकर आश्वस्त हो लें।
- अत : देवी उद्विग्नता का त्याग करें और मृत्यु-लोक के भ्रमण के दौरान स्वयं न्यायिक प्रक्रिया को देखकर आश्वस्त हो लें।
- मृत्यु-लोक के नियमित भ्रमण के दौरान शिव और पार्वती समस्त जीवों के सुख-दुखों का अवलोकन करते हुए चले जा रहे थे।
- मृत्यु-लोक के नियमित भ्रमण के दौरान शिव और पार्वती समस्त जीवों के सुख-दुखों का अवलोकन करते हुए चले जा रहे थे।
- लंबी मीटिंग के बाद देव-दानवों और गंधर्वों नें मृत्यु-लोक को खाली करने में ही भलाई समझी और नारद जी बेरोजगार हो गये।
- आज नहीं सदियों से फूटते रहे हैं ज्योति-पुंज फैलती रही है ज्ञान-रश्मि मृत्यु-लोक में चेतना अतीत निज करने सन्धान काल-गति के संग पांव-पांव . ..
- इस मृत्यु-लोक में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा , जिसने बेहद निराशा के क्षणों में कभी न कभी अपनी जिन्दगी से ऊब महसूस न की हो।