मेह का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- विरहिन की व्यथा मेह की बूँद झरी बदरी ,
- तुलसी तहाँ न जाइए , कंचन बरसै मेह.
- बिना ऋतु पेड़ नहीं फलते , मांगनेसे मेह नही मिलता
- हमेशा गिरयान , बे इश्क आं मेह |
- इस साल दस अंगुल भी मेह नहीं हु आ .
- 620 गअु-संतन के कारणे हर वरसावै मेह
- मेह से पानी बरसने का करिश्मा ,
- मेह और उसके कुछ रं ग . .
- अब तो पाया है स्नेह मेह भर
- आकाश लाल हो तो मेह खूब होगा।