मोहनमाला का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पुरुष कानों में कुण्डल , गले में कण्ठा, वक्ष पर हार और बाहुओं में अंगद पहनते थे, जबकि स्रियाँ करधनी, तौक, मोहनमाला, कुण्डल, सीसमाँग, कड़े और चूड़ियाँ धारण करती थीं ।
- मोहनमाला नाम की किताब के पेज एक सौ छ : पर महात्मा गांधी ने लिखा है - ' विवाह जिस आदर्श तक पहुंचाने का लक्ष्य सामने रखता है , वह है शरीरों के द्वारा आत्मा की संयोग-साधना।
- उनकी कई और किताबें हिंदी में प्रकाशित हुई थीं जिनमें प्रमुख हैं भक्त शिरोमणि महाकवि तुलसीदास , भक्त शिरोमणि महाकवि सूरदास , रामानुज , समालोचना तत्व , काव्य रहस्य , कला तत्व और रहस्यवाद तत्व , उच्चविषयक लेखमाला और मोहनमाला छोटी गल्पें।
- कामिनीमोहन-क्या सब ठीक हो गया ? क्या अब की बार तुम मोहनमाला ले ही लोगी ? मैं सच कहता हूँ , बासमती ! जो मेरा काम हो गया , तो मैं तुमको मोहनमाला ही न दूँगा , उसके संग एक सोने का कण्ठा भी दूँगा।
- कामिनीमोहन-क्या सब ठीक हो गया ? क्या अब की बार तुम मोहनमाला ले ही लोगी ? मैं सच कहता हूँ , बासमती ! जो मेरा काम हो गया , तो मैं तुमको मोहनमाला ही न दूँगा , उसके संग एक सोने का कण्ठा भी दूँगा।
- स्त्री-चरणों के नुपूर , पायल , पैजनी तथा तोडल , मध्य भाग के कटिबंध , मणि झालर तथा स्वर्णपटि्टका , वक्ष की दो लड़ी से सात लड़ी तक की मणिमाला , वैजयंतीमाला , मोहनमाला , हार विदानी और बीजक पूरक , हाथों के स्वर्ण वलय , मणिकंठान , भुजबंध , गजरा , बधमुंहा , चूड़ा बंगरी तथा बबूल फली , बोहटा आदि माथे की बिंदिया , दामिनी , शीश फूल और सिर की पुष्पमाला , पुष्पमुकुट , जटामुकुट , मुक्तादाम तथा स्वर्ण शृंखलाओं का अंकन भी कुशलता के साथ किया गया है।
- स्त्री-चरणों के नुपूर , पायल , पैजनी तथा तोडल , मध्य भाग के कटिबंध , मणि झालर तथा स्वर्णपटि्टका , वक्ष की दो लड़ी से सात लड़ी तक की मणिमाला , वैजयंतीमाला , मोहनमाला , हार विदानी और बीजक पूरक , हाथों के स्वर्ण वलय , मणिकंठान , भुजबंध , गजरा , बधमुंहा , चूड़ा बंगरी तथा बबूल फली , बोहटा आदि माथे की बिंदिया , दामिनी , शीश फूल और सिर की पुष्पमाला , पुष्पमुकुट , जटामुकुट , मुक्तादाम तथा स्वर्ण शृंखलाओं का अंकन भी कुशलता के साथ किया गया है।