रगबत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सेफ में उसको अपनी मां के बेशुमार कीमती जेवरात मिले थे उसके अपने भी थे जिनसे उसको कोई रगबत ( रुचि ) न थी।
- मुताहिदा हिन्दुस्तान से जज्बाती लगाव और कौन्ग्रस के बड़े सियासी लीडरों से वालीहाना रगबत के बावजूद , जिन्होंने क़ैद-ओ-बंद की बेंदाज़ तकलीफें बर्दाश्त की थीं और अँगरेज़ हुक्मरान के साथ एक तारीखी पुरामं लड़ाई लड़ी थी.
- इसकी बहिन इस्मत ( चुगताई ) ने इसके मुताल्लिक ( बारे में ) ठीक ही कहा था कि मंटो को अजीबो-गरीब , तहलका डाल देने वाली और सोतों को चौंका देने वाली चीजों से बड़ी रगबत है।
- आवाज़ एक ऐसा फ़ित्ना हैं जो इन्सान के दिल मे कहने वाले के दिल मे रगबत पैदा कर देती हैं | इन्सान को इस फ़ित्ने से बचाने के लिये अल्लाह ने कुरान मे जो हुक्म दिया वो ये हैं-
- 209 . एक जमाअत ( वर्ग ) ने अल्लाह की इबादत ( आराधना ) सवाब की रगबत व ख्वाहिश के पेशे नज़र ( पुण्य की रूचि व इच्छा के दृष्टिगत ) की- की यह सौदा ( ब्यवसाय ) करने वालों की इबादत ( अराधना ) है।
- मुुकर्रब खाँ ने वहाँ बागात और इमारात बनाये हैं जब दो बार तारीफ बाग की गयी तो दिल को इस बाग की सैर करने की रगबत पैदा हुई , हफते के रोज जब तारीख 22 हो गई मैं घर वालों के साथ इस बाग की सैर से खुश हो गया हूँ।
- शक से निकाल कर यकीन की तरफ बुलाए , तकब्बुर से निकाल कर तवाजे की तरफ बुलाए , अदावत से रोके और नसीहत और खैरख्वाही की तरफ बुलाए , रिया से बचाये और अखलास की तरफ बुलाए और दुनिया की मोहब्बत और उसी तरफ रगबत करने से निकाले और तुम को जुहद की तालीम और उसके हासिल करने की तरगीब दे।
- इस हदीस से ये साबित हैं के औरत मर्द के आपसी ताल्लुक क तज़करा करना भी गुनाह हैं क्योकि अव्वल तो ये ज़ुबान का फ़ित्ना हैं दूसरे अपनी बीवी से हमबिस्तर होने के मामलात को दूसरो को बताना सरासर अपनी बीवी को दूसरो के सामने नंगा करना हैं और अगर औरत यही करे तो उसने अपने शौहर को दूसरो के सामने नंगा कर दिया | जिससे सबब सुनने वाले ने तो गुनाह किया ही साथ ही सुनने वाले के दिल मे उसके लिये रगबत भी बढ़ गयी |
- असमाः आपके इस्लाम में आने का क्या चीज़ ज़रिया बनी ? अफिफाः मैं हरियाण के उस इलाके की रहने वाली हूं जहां किसी हिन्दू का मुसलमान होना तो दूर की बात है , हमारे चारों तरफ कितने मुसलमान हैं जो हिन्दू बने हुए हैं , खुद हमारे गांव में बादी और तेलियों के बिसयों घर हैं जो हिन्दू हो गए हैं , मन्दिर जाते हैं , होली-दीपावली मनाते हैं , लेकिन मुझे इस्लाम की तरफ वहां जाकर रगबत ( लगाव , प्यार ) हुई जहां जाकर खुद मुसलमान इस्लाम से आज़ाद हो जाते हैं।