रण-भूमि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वे युवा विधवायें , अशुभ नहीं , जिनके पति रण-भूमि मे खेत रहे , वे अमर हो गये , उनके ऋणी हैं हम ! उनकी देख-रेख राज्य का दायित्व है .
- विद्यालय की रण-भूमि से लौटते पुपुन की हालत से बढ़कर हमारे लिए आश्चर्य और चिंता का विषय था कि प्रतिशोध रुपी नाख़ून और दाँत उसके मन के अंदर जन्म ले रहे थे।
- इस धरती के लोगों ने न कभी तीर्थ-स्थान किया है और न शिव के आगे मस्तक झुकाया है | इन्होने तो क्षण भर रण-भूमि में जूझ कर ही सारा पुण्य एक साथ कमा लिया है |
- | ( इतिहास में खंडेला के राजा केसरीसिंह द्वारा रण-भूमि में अपने रक्त से अपना पिंडदान करने का उदहारण मौजूद है राजा केसरीसिंह पर ज्यादा जानकारी जल्द ज्ञान दर्पण पर प्रस्तुत की जाएगी)पग-पग तीरथ इण धरा ,पग- पग संत समाध
- राजस्थान का अकल्पनीय शौर्य से एक ऐसा अटूट रिश्ता है जो कई बार अचम्भित कर देता है और उस शौर्य की मिसाल पेश करने के लिएज़रूरी भी नहीं है कि हर बार रण-भूमि हो या कोई शत्रु दल ही समक्ष हो।
- हुआ धर्म का नाश अवतार धरो , मेरी बांह गहो मेरा सपना साकार करो .... अवतार धरो अवतार धरो ...आपका आह्वाहन सफल हो .... !!सारे सपने साकार हो.... !!यूँ लगा ..... मानो आपने रण-भूमि में जो अवतार कृष्ण ने अर्जुन को दिखलाये थे उसका दर्शन करा दीं .... !!
- रण-भूमि में सेहरा बाँध कर केसरिया करने वाले शूरवीर ने जीवन की आशा समाप्त हो जाने के पर , अपनी पत्नी के पास भिन्न प्रकार की दो पौशाकें भिजवाई -यह कहलाते हुए कि यदि सती होना चाहो तो तो सधवा तथा जीवित रहना चाहो तो विधवा वेश धारण करो |
- इस धरती से स्वर्ग गमन के कई मार्ग जाते है | लेकिन इन मार्गों में एक ऐसा मार्ग है जो सीधा भी है व यश से परिपूर्ण भी | यह मार्ग तलवार की धार रूपी तीर्थ में स्नान करके स्वर्ग जाने का है | अर्थात रण-भूमि में शौर्य प्रदर्शित करते हुए जो
- अपने समाज को बेहतर बनाने के लिए मेहनत करने को भी जिहाद कहते हैं और यह अपने अंतर एक अर्थ और समेटे है जिसका अर्थ होता है कि ' आत्म रक्षा के लिए संघर्ष ' या चढाई हो जाने या अत्याचार होने पर रण-भूमि में चढाई करने वाले या अत्याचार के विरुद्ध लड़ना .
- अपने समाज को बेहतर बनाने के लिए मेहनत करने को भी जिहाद कहते हैं और यह अपने अंतर एक अर्थ और समेटे है जिसका अर्थ होता है कि ' आत्म रक्षा के लिए संघर्ष ' या चढाई हो जाने या अत्याचार होने पर रण-भूमि में चढाई करने वाले या अत्याचार के विरुद्ध लड़ना . ”