रम्भाना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- गायों का संध्या को घर लौट आना कोठे में आकर के उनका रम्भाना चारा जब देकर के करता विश्राम लगता है तब मेरा घर तीरथधाम ।
- सत्या भौजी व मौली का खूबसूरत चेहरा तथा उनकी बातों के साथ-साथ माँ का आँसुओं से भीगा हुआ चेहरा तथा बरखा का उसकी आवाज सुनकर रम्भाना तथा पिता की रोबीली व गरजदार आवाज उसे वह रह-रहकर याद आने लगी थी।
- चिडियों का कलरव , घर बुहारती माँ के झाडू कि खुर-खुर , रामबरन काका के घर से आती गायों के गले की घंटियों की टूनन -टूनन , काकी के ढेंकी चलाने की आवाज़ , नानी की पराती , गायों का रम्भाना , चारा काटने की खटर -खुट-खट , बंसवाड़े से आती हवा की सायं-सानी ( सीटियों जैसी ) ....... संगीत ही संगीत था मेरे चारों ओर।
- बस रंगों की धमाचौकड़ी में अपने पी के रंग में खो जाने का समय है और अपने दरवेश से मुहब्बत करने और उसके लिए पूर्ण समर्पण का समय है . ........ यह सड़क अब वैराग्य भूमि पर जा रही है , दूर से आ रही आवाजों में गोधुली की इस बेला पर गायों का रम्भाना और घंटियों की मधुर ताल सुनाई दे रही है ऐसा प्रतीत हो रहा है .
- कैलाश गौतम की रचनाओं का रंग बिलकुल अनोखा है | अवध के गाँव -कस्बों का अल्हड़पन , बिलकुल जाने -पहचाने साधारण घास -पात , पोखर -पाखी , खेतों की मेड़ों पर खिले हुए फूल , नदी से नहाकर निकली गोरे बदन पर गीली साड़ी लपेटे सकुचाई -सी ग्राम वधू , चौपाल की साँझ , घर लौटती गायों का रम्भाना , इन सबका अनायास गीतों में जैसे अपने आप ढलते जाना कुछ अजीब ग्राम्य -टोना सा है |