रवीन्द का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- रवीन्द नाथ ठाकुर की संकलित रचनाओं में , इस बात का जिक्र है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सम्राट के अभिनंदन में एक गीत लिखने की गुजारिश टैगोर से की थी।
- की पत्रिका ' इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए' के 150वें अंक का लोकार्पण 2006 में भोपाल के रवीन्द भवन सभागार में संस्कृति एवं खनिज संसाधन मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा के कर‚कमलों से संपन्न हुआ।
- रवीन्द नाथ ठाकुर की संकलित रचनाओं में , इस बात का जिक्र है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सम्राट के अभिनंदन में एक गीत लिखने की गुजारिश टैगोर से की थी।
- नव आगंतुक अजमेर के सचिन साखलकर , दिल्ली के किरिट छत्री व हितेन्द्र सिंह भाटी , उदयपुर की अर्चना टेलर व रवीन्द दाहिमा आकार के प्रदर्शन में पहली बार नजर आए।
- तदनुसार मण्डलायुक्त गोरखपुर के 0 रवीन्द नायक को आयुक्त ग्राम विकास के पद पर तैनात किया गया है , जबकि प्रतीक्षारत राजीव अग्रवाल को निदेशक मण्डी परिषद् नियुक्त किया गया है ।
- धोनी के आउट होने के बाद आए ऑलराउंडर रवीन्द जडेजा ने भी अच्छी बल्लेबाजी की और उनके नाबाद 61 रनों की मदद से भारत इंग्लैंड को 286 रनों का लक्ष्य देने में सफल रही।
- जिस समय यह निर्णय लिया जाना था कि राष्ट्रगान वंदे मातरम को बनाया जाए या जन गण मन को , इस संबंध में 26 अक्तूबर 1937 को एक कमिटी जिसमें मौलाना आज़ाद, पण्डित नेहरू, सुभाष चंद बोस और आचार्य नरेन्द्र देव थे, रवीन्द नाथ टैगोर से मिली।
- राजाराम गोस्वामी , स्वतंत्र मोदी , सुदामा पसाद दुबे , रमाकांत तिवारी , संजीव जैन सीए , हरीश व पूर , अभय श्रीमाली , अक्षय दिवाकर , पकाश चन्द , शिव कुमार त्रिपाठी , अजीज कुरैशी , अनिल कंचन , मनोज पुरोहित , पी . एन . दुबे , गजेन्द सिंह , मानसिंह , नितिन जैन , अनिल बडक्वौनिया , विनोद त्रिपाठी , फिरोज इकबाल , रवीन्द श्रीवास्तव आदि अनेक सामिल हुये।
- राजाराम गोस्वामी , स्वतंत्र मोदी , सुदामा पसाद दुबे , रमाकांत तिवारी , संजीव जैन सीए , हरीश व पूर , अभय श्रीमाली , अक्षय दिवाकर , पकाश चन्द , शिव कुमार त्रिपाठी , अजीज कुरैशी , अनिल कंचन , मनोज पुरोहित , पी . एन . दुबे , गजेन्द सिंह , मानसिंह , नितिन जैन , अनिल बडक्वौनिया , विनोद त्रिपाठी , फिरोज इकबाल , रवीन्द श्रीवास्तव आदि अनेक सामिल हुये।
- उनके द्वारा विकसित संगीत विद्या को ‘ रवीन्द संगीत ' के नाम से जाना जाता है , जो बहुत ही मधुर और संगीत के दृष्टिकोण से सुगम है जिसका आंनद संगीत को न समझने वालों को भी उतना ही मिलता है जितना संगीत के जानकार को . वकिमचंद्र चटटोपाध्याय रचित गीत ‘ बंदेमातरम ' की धुन गुरूदेव ने ही बनायी थी तथा 1896 में कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार स्वयं इसे गाया भी था .